प्रवासियों को मदद पाने का अधिकार है - महाधर्माध्यक्ष भेलियो
वाटिकन सिटी, 24 अगस्त, 2009। प्रवासियों को मदद पाने का अधिकार है। उक्त बातें प्रवासियों
के लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष अंतोनियो भेलियो ने उस समय
कही जब वे शनिवार 22 अगस्त को वाटिकन रेडियो को दिये साक्षात्कार में बोल रहे थे।
उन्होंने
कहा कि सब देशों को यह अधिकार है कि वे प्रवासी समस्या को व्यवस्थित करने के लिये नियम
बनाये पर वे अपने इस कर्त्तव्य से मुक्त नहीं हो सकते हैं कि वे प्रवासियों की मदद न
करें।
उन्होंने आम लोगों से भी अपील की है कि वे भी प्रवासियों की मदद के लिये
सामने आयें।
उन्होंने यह भी कहा कि कई बार एक देशवासी विदेशियों की मदद इसलिये
नहीं करते हैं क्योंकि वे उनकी समस्याओं से पूर्णतः अवगत नहीं होते हैं या तो कई बार
ऐसा भी होता है कि वे दूसरों के प्रति पूर्वधारणा से ग्रसित होते हैं।
महाधर्माध्यक्ष
भेल्यो ने कहा कि सन् 1988 ईस्वी से लेकर आज तक जितने प्रवासियों की मृत्यु हो चुकी है
वह भयावह है। सिर्फ़ यूरोपीय समुद्री तटों में 20 वर्षों के आँकड़े के अनुसार करीब 14
हज़ार 6 सौ 60 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
इस अवसर पर उन्होंने संत पापा द्वारा
दिये गये दस्तावेज़ कारितास इन वेरिताते की चर्चा करते हुए कहा कि हरएक प्रवासी भी मानव
है और उसे भी उचित मानवीय सम्मान और मर्यादा दी जानी चाहिये।
ज्ञात हो कि गुरुवार
को सिर्फ़ पाँच एरित्रियन लमपेदूसा द्वीप पहुँचे और उसके 73 अन्य साथी रास्ते में ही
मर गये।