कंधमाल, 8अगस्त, 2009। कटक-भुवनेश्वर के महाधर्माध्यक्ष रफाएल चीनथ ने कहा है कि 6 अगस्त
को चर्च के एक कार्यकर्त्ता पर हुए आक्रमण के बाद ईसाइयों में फिर से दहशत फैल गया है
और वे एक साल पहले हुए ईसाई-विरोधी नरसंहार की पुनरावृत्ति की आशंका से भयभीत हैं। महाधर्माध्यक्ष
ने बताया कि 6अगस्त को चीकु सागर नायक नामक एक चर्च कार्यकर्त्ता पर कुछ लोगों ठीक उसी
स्थान पर आक्रमण जहाँ पिछले साल निर्दोष ईसाइयों पर हमले हुए थे। समाचार के अनुसार
नायक अपने मोटरसाइकिल में सवार कंधमाल जिले के उदयगिरी कस्बे से अपने गाँव जा रहा था
जहाँ घात लगाये गुंडों ने उस पर आक्रमण किया जिससे उसके हाथ की हड्डी टूट गयी। लोगों
ने उसके सामान भी लूट लिये। इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महाधर्माध्यक्ष
चीनथ ने कहा है कि जब तक सरकार अपराधियों और अतिवादी हिन्दुओं को गिरफ्तार नहीं कर लेती
तब तक क्षेत्र में दहशत का वातावरण बना ही रहेगा। ज्ञात हो कि कई अपराधी पकड़े गये
पर बाद में उन्हें छोड़ दिया गया है और वे लोगों को धमकियाँ दे रहे हैं। महाधर्माध्यक्ष
ने बताया है कि 13 अगस्त से मनाये जाने वाले जन्माष्टमी पर्व को एक सप्ताह तक मनाये जाने
की घोषणा से वातावरण और भी अशांत हो गया है। ईसाइयों ने माँग की थी कि 24 अगस्त को
शांति एवं सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाये पर इसे हिन्दुओं ने नज़रअंदाज़ कर दिया
है। बिशप चीनथ ने कहा है कि वे इस बात की योजना बना रहे हैं कि केन्द्र और राज्य
सरकार को इस बात की लिखित जानकारी दी जाये और उनसे आवेदन करें कि वे अल्पसंख्यकों को
उचित सुरक्षा प्रदान करें। जबोन नायक ने कहा है कि जैसे-जैसे 24 अगस्त निकट आता जा
रहा है लोगों का भय बढ़ता जा रहा है क्योंकि कट्टरवादी हिन्दुओं ने अनेक सभाओं का आयोजन
किया जिससे स्थिति भयावह होती जा रही है। पिछले साल इसी दिन एक हिन्दु नेता और उसके
चार साथियों की ह्त्या माओवादियों ने कर दी थी।