भारत के कर्नाटक राज्य में बेल्लारी के धर्माध्य़क्ष हेनरी डिसूजा ने न्यू वे औप बीइंग
चर्च इन कर्नाटक शीर्षक से बेल्लारी में 4 और 5 अगस्त को आयोजित सम्मेलन के प्रतिभागियों
को सम्बोधित करते हुए कहा कि सूचना और संचार तकनीकि के क्षेत्र में उपलब्ध व्यापक संसाधनों
और विशेषज्ञों का उपयोग तथा नेटवर्किंग करने में कर्नाटक में चर्च मीडिया और अधिक क्रियाशील
बने। उन्होंने कहा कि बंगलोर सूचना तकनीकि की राजधानी है तथापि कर्नाटक में कलीसिया इसके
द्वारा प्रस्तुत क्षमता का पर्य़ाप्त रूप से उपयोग नहीं कर पायी है। सम्मेलन में धर्मप्रांतीय
युथ निदेशक, मीडिया निदेशक,युवाओ की प्ररिताई से संबंधित आयोगो और ईसाई संगठनों जैसे
वाई सीएस, आईकफ वाईएसएम के प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में भाग लिया। धर्माध्यक्ष डिसूजा
ने कहा कि सदस्यों से दोनो आयोगों के बारे में ईमानदार मूल्यांकर करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि हमारी काथलिक पहचान ईश्वर, चर्च और समाज के प्रति समर्पण है। पुरोहितों
की प्ररिताई में लोकधर्मियों का भी विशेष भाग है इसलिए सब गतिविधियों में वे एक दूसरे
को पूर्ण विश्वास और भरोसे में लें। शहर और ग्रामीण क्षेत्र के युवा कलीसिया के मजबूत
समर्थक हैं। उन्हें आयोगों की योजनाओं और कार्य़क्रमों में शामिल करने तथा प्रशिक्षित
करने की जरूरत है। इसी अवसर पर कर्नाटक क्षेत्र यूथ कमीशन के वेबसाइट का उदघाटन किया
गया जिसमें कर्नाटक राज्य के 11 धर्मप्रांतों के युवाओं से संबंधित कार्य़क्रमों और समाचारों
को उपलब्ध कराया गया है। वेबसाइट के निर्माता विन्सेंट मासकरेनहास को धन्यवाद देते हुए
धर्माध्यक्ष डिसूजा ने कहा कि पहले कलीसिया की अपेक्षा रहती थी कि लोकधर्मी प्रार्थना
करें, आज्ञा मानें और चंदा दें लेकिन अब चर्च कलीसिया के निर्माण में लोकधर्मियों के
योगदान और क्षमता की सराहना करती है इसलिए वह कलीसियाई लोगों से आग्रह करती है कि लोकधर्मियों
की प्रतिभा और क्षमता को पहचानते हुए उनका अधिकाधिक सदुपयोग किया जाये।