फिलिपीन्स की भूतपूर्व राष्ट्रपति स्व. कोराजोन अक्वीनो की अंत्येष्टि सम्पन्न
फिलिपीन्स की राजधानी मनीला में 76 वर्षीय भूतपूर्व राष्ट्रपति स्व. कोराजोन अक्वीनो
की अंत्येष्टि धर्मविधि 5 अगस्त को सम्पन्न हुई और उन्हें उनके पति की कब्र के बगल में
दफना दिया गया। मनीला कैथीड्रल से मेमोरियल पार्क तक लगभग 1 लाख 50 हजार लोगों ने तेज
वर्षा के बीच स्वर्गीय राष्ट्रपति को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। मनीला कैथिड्रल में
बालांगा के धर्माध्यक्ष सोक विलेगास ने अनेक धर्माध्यक्षो और पुरोहितों के साथ अंत्येष्टि
ख्रीस्तयाग की अध्यक्षता की। उन्होंने कोराजोन अक्वीनो के दृढ़ धार्मिक विश्वास की चर्चा
करते हुए कहा कि स्वर्गीय अक्वीनो ने मतभेदों के बीच फिलीपीनी जनता को प्रार्थना करना
सिखाया। उनकी प्रार्थना मौन शक्ति थी। उन्होंने अस्पताल में बीमारी से जुझते हुए भी सबको
प्रार्थना करना सिखाया। प्रवचन करते हुए स्व अक्वीनो के आध्यात्मिक सलाहकार येसुसमाजी
पुरोहित कातालिनो अरेभालो ने कहा कि देश और नागरिकों के प्रति गहन चिंता ने उन्हें 1986
में तानाशाह फेरदिनन्द मारकोस के खिलाफ चुनाव में खड़ा होने के लिए प्रेरणा प्रदान की।
उन्होंने ईश्वर, देश, आम नागरिकों और अपने परिवार के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर दिया।
ज्ञात हो कि फिलिपीन्स में लोकतंत्र की स्थापना के लिए स्वर्गीय कोराजोन अक्वीनो के योगदान
को सहर्ष स्मरण किया जाता है। उन्होंने अपने पति की मृत्यु के बाद सन 1983 से फेरदिननद
मारकोस के तानाशाही शासन के खिलाफ जनता का नेतृत्व करना आरम्भ किया था। वे 1986 में राष्ट्रपति
निर्वाचित हुई थीं। उन्होंने 1992 तक राष्ट्रपति रहकर लोकतंत्र की स्थापना के लिए बहुत
योगदान दिया। उन्होंने देश के नये संविधान का प्रारूप तैयार कराया, चुनाव प्रक्रिया में
संशोधन किया, राजनैतिक बंदियों एवं विरोधियों को मुक्त किया तथा विद्रोही बलों को वार्ता
में शामिल किया।