2009-08-04 12:15:30

पाकिस्तानः लाहौर के महाधर्माध्यक्ष ने कहा ख्रीस्तीय विरोधी आक्रमण पूर्वनियोजित


लाहौर के महाधर्माध्यक्ष तथा पाकिस्तानी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की न्याय एवं शांति सम्बन्धी समिति के अध्यक्ष लॉरेन्स सलडाना ने गोजरा में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध हुए घातक आक्रमण को पूर्व नियोजित षड़यंत्र बताया है।

एशिया समाचार से बातचीत में उन्होंने कहा कि ख्रीस्तीय समुदाय पर 30 जुलाई को तथा उसके बाद पहली अगस्त को जो आक्रमण किये गये वे पूर्वनियोजित थे। उन्होंने कहा कि यद्यपि पहले आक्रमण में कोई हताहत नहीं हुआ दूसरा आक्रमण इतना घातक था कि सात लोगों की हत्या हो गई। इनमें छः व्यक्ति एक ही परिवार के सदस्य थे। उन्होंने बताया कि केवल पाकिस्तानी सेना के हस्तक्षेप के बाद ही स्थिति पर काबू पाया जा सका।

पाकिस्तानी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की न्याय एवं शांति सम्बन्धी समिति ने इन आक्रमणों के बाद पंजाब प्रान्त के सभी काथलिक स्कूलों एवं प्रशिक्षण संस्थानों को तीन दिन तक बन्द रखकर शोक काल की घोषणा की है।

महाधर्माध्यक्ष सलडाना तथा न्याय एवं शांति सम्बन्धी काथलिक समिति के कार्यकारी सचिव पीटर जैकब ने एक संयुक्त वकतव्य पर हस्ताक्षर कर पाकिस्तान की सरकार से मांग की है कि वह देश में व्याप्त धार्मिक असहिष्णुता के मूल कारणों का पता लगाये तथा इसे समाप्त करने के लिये कारगर उपाय करे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का ईश निन्दा कानून देश में धार्मिक असहिष्णुता एवं हिंसा का कारण बन रहा है क्योंकि इसकी आड़ में ऱूढिवादी एवं धर्मान्ध शक्तियों को अल्पसंख्यकों पर झूठे आरोप लगाने तथा उनपर आक्रमण करने का मौका मिलता है। शीघ्रातिशीघ्र इस कानून को रद्द किये जाने की उन्होंने मांग की। देश के अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करने का आह्वान कर उन्होंने उन अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई की मांग की जिन्होंने नागरिकों की रक्षा के लिये ज़रूरी कदम नहीं उठाये।

ख्रीस्तीयों से भी महाधर्माध्यक्ष ने आग्रह किया कि अपनी सुरक्षा के लिये वे धर्मान्ध मुसलमान दलों को ख्रीस्तीयों पर आक्रमण का कोई मौका नहीं दें।

सम्पूर्ण विश्व के ख्रीस्तीयों से एकात्मता की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि वे पाकिस्तान के ख्रीस्तीयों को संकट के इस काल में अकेला नहीं छोड़े बल्कि उनके लिये ईश्वर से दुआ करें।










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