हिंसा से समस्या का समाधान नहीं - नाइजिरियन बिशप्स कोंफ्रेस
अबूजा नाईजिरिया, 1 अगस्त, 2009। नाईजिरिया की धर्माध्यक्षीय समिति ने हाल में भड़के
हिंसा से होने वाली बरबादी से देश को बचाये जाने की अपील की है।
धर्माध्यक्षीय
समिति के सचिव फादर लुईस ऑदूदू ने समिति की ओर से गुरुवार 30 जुलाई को एक विज्ञप्ति उत्तरी
हिस्से में भड़के हिंसा से 100 लोगों की जानें गयीं हैं और हज़ारों लोग शर्णर्थी बन
गये हैं।
हिंसा रविवार 26 जुलाई को उस समय भड़की जब एक अतिवादी मसलिम संगठन
बोको हराम ने एक पुलिस चौकी में हमला कर दिया।
उन्होंने बताया कि वे तालिबानी
स्टाइल में मसलिम कानून शरियाह का पालन कराना चाहते हैं। समाचार के अनुसार इस संगठन
के नेता मुहम्मद युसुफ को गुरुवार को पुलिस ने मार गिराया फिर भी आम नागरिकों के बीच
दहशत बना हुआ है।
नाइजिरियन धर्माध्यक्षीय समिति ने लोगों से शांति बनाये रखने
की अपील की है औऱ कहा है कि वे धार्मिक कट्टरवाद और घृणा से दूर रहें और सामाजिक और
आर्थिक प्रगति के लिये कार्य करें।
उन्होंने आगे कहा कि धार्मिक परंपरा हमें यह
बताते हैं कि हम एक-दूसरे की मदद करें, दूसरों का सम्मान करें और दूसरे धर्मों की उन
बातों को अपनायें जिससे ईश्वर की सेवा हो और मानव का जीवन अर्थपूर्ण हो सके।
समिति
बोको हराम के नेताओं से भी अपील की है कि वे कुछ नये तरीके अपनायें ताकि इससे मानव को
सम्मान और अल्लाह की सेवा हो सके।
उन्होंने उनसे यह भी कहा कि वे न्याय और मानव
की मर्यादा की रक्षा के लिये कार्य करें।
आज समय की माँग है कि हम समस्यायों
के समाधान के लिये वार्ता का सहारा लें। समिति के सदस्यों ने याद दिलाया कि अल अजहर नामक
स्थान से प्रेरणा लें जिसने यूरोप में पुनर्जागरण लाने में विशेष भूमिका निभायी थी और
मानव सभ्यता को परिष्कृत करने में अपना योगदान दिया था।
ऩाइजिरिया की धर्माध्य़क्षीय
समिति ने इस सरकार से भी अपील की है कि उचित कदम उठाये ताकि इस हिंसा पर काबू पाया जा
सके।
समिति ने यह भी कहा कि इस प्रकार ग़रीबी ही इस प्रकार की हिंसा का मूल कारण
है और इसीलिये ग़रीबी उन्मुलन की दिशा में कोई ठोस कार्य किया जाये।