संत पापा परंपरागत ग्रीष्मकालीन निवास कास्तेल गंदोल्फो में
कास्तेल गंदोल्फो, 1 अगस्त, 2009। संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा है कि वे गास्तेल
गंदोल्फो आकर बहुत प्रसन्न हैं और आशा करते हैं कि अवकाश का समय उनके लिये आराम का समय
होगा और वे लोगों के साथ मिल पायेंगे।
संत पापा ने उक्त बातें उस समय कहीं जब
वे बुधवार 29 जुलाई को अपने ग्रीष्माकालीन आवास जो अलबानो के झील के किनारे अवस्थित है,
कास्तेल गंदोल्फो पहुँचे।
उक्त बात की जानकारी देते हुए स्थानीय साप्ताहिक '
लोसेरभातोरे रोमानो ' ने बताया कि संत पापा के कास्तेल गंदोल्फो पहुँचने पर वहाँ के
लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया।
संत पापा के स्वागत के लिये वाटिकन के सेक्रेटरी
ऑफ स्टेट कार्डिनल तारचिसियो बेरतोने के अलावा वाटिकन सिटी के प्रशासकीय कार्यालय के
अध्यक्ष कार्डिनल जियोभानी लजोलो, सेक्रेटरी जेनरल महाधर्माध्यक्ष कारलो विगानो और रोम
धर्मप्रांत के प्रति धर्माध्यक्ष कार्डिनल अगोस्तिनो वल्लिनी उपस्थित थे।
'
लोसेरभातोरे रोमानो ' ने बताया कि कास्तेल गंदोल्फो पहुँचने के बाद संत पापा ने लोगों
का अभिवादन स्वीकार किया और उनके स्वागत के लिये धन्यवाद दिया।
उन्होंने लोगों
को बताया कि आवोस्ता की उनकी यात्रा अच्छी रही और उनके कलाई की टूटी हड्डी भी अब ठीक
हो रहा है। इसके पहले संत पापा इन्त्रोद से हेलिकॉप्टर में चमपिनो हवाईअड्डा पहुँचे और
सड़क-मार्ग से कास्तेल गंदोल्फो पहुँचे थे। समाचार के अनुसार संत पापा शनिवार 1 अगस्त
को अपना कार्य शुरु कर देंगे।
अवकाश के बाद सर्वप्रथम वे जिन लोगों से मिलेंगे
वे हैं विश्व तैराकी प्रतियोगिता के लिये रोम में जमा हुए 700 तैराकी।
रविवार
को संत पापा कास्तेल गंदोल्फो आवास के प्रांगण में देवदूत प्रार्थना लोगों के साथ करेंगे
और उन्हें अपना आशीर्वाद देंगे। 5 अगस्त को संत पापा अपना बुधवारीय प्रवचन और धर्मशिक्षमाला
देना आरंभ करेंगे।
समाचार के अनुसार संत पापा अपने ग्रीष्म कालीन निवास के दौरान
दो बार रोम से बाहर जायेंगे। वे 6 सितंबर को वितेर्भो बान्योरेजियो जायेंगे और संत बोनावेन्तुरा
की पवित्र अस्थि को आशिष देंगे और 26 सितंबर को चेक रिपब्लिक की यात्रा करेंगे।
ज्ञात
हो कि संत पापा के ग्रीष्मकालीन निवास कास्तेल गंदोल्फो का उपयोग सतरहवीं शताब्दी से
किया जा रहा है और सन् 1929 की लातेरन संधि के बाद यह वाटिकन सिटी स्टेट की संपति बन
गयी है।