परिवारों के यूरोपीय सम्मेलन के केन्द्र में आध्यात्मिक नवीनीकरण
ईसाई परिवारों का 6 वाँ यूरोपीय सम्मेलन विगत सप्ताह हंगरी के पनोनहालमा में समपन्न हुआ।
धर्माध्यक्ष लासलो बिरो ने मुख्य भाषण प्रस्तुत करते हुए सम्मेलन के प्रतिभागियों से
कहा कि परिवार अपने उन मूल्यों की पुर्नखोज करें ताकि अपने विश्वास को अन्यों को हस्तांतरित
कर सकें। परिवारों के आध्यात्मिक नवीनीकरण द्वार यूरोप का नवीनीकरण शीर्षक से आयोजित
सम्मेलन में 560 प्रतिभागी शामिल हुए। ये प्रतिभागी हंगरी, स्पेन, इटली, सेलोवाकिया,पुर्तगाल,माल्टा,
नार्वे, थाईलैंड, जापान और अमरीका के थे। सम्मेलन के मुख्य वक्ता धर्माध्यक्ष बीरो ने
कहा कि समाज के सुसमसाचीकरण के लिए आध्यात्मिक नवीनीकरण आवश्यक है। आध्यात्मिक नवीनीकरण
का अर्थ है कि पुनः प्रभु येसु से आरम्भ करना। विवाह संस्कार, मानव तथा घरेलू कलीसिया
के बारे में बाइबिल में वर्णित छवि की खोज करना तथा ईसाई मूल्यों की पुर्नखोज करना है।
इन मूल्यों को दैनिक जीवन में यथार्थ रूप से लागू कर ही हम अपने विश्वास को अन्यों को
दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि यही हमारा मिशन है, प्रत्येक जन का उत्तरदायित्व है परिवार
में, और फिर परिवार के द्वारा समाज में। सम्मेलन के एक आयोजक ने बताया कि प्रति तीन
वर्ष में सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। ईसाई परिवारों का आगामी यूरोपीय सम्मेलन 2012
में स्लोवाकिया में आयोजित किया जायेगा।