स्पेन में सानतियागो के महाधर्माध्यक्ष जुलियन बारियो ने कहा है कि समाज में आये नैतिक
संकट को परिवार के द्वारा दूर किया जाना चाहिए। उन्होंने समाज में आये मानवशास्त्रीय
और नैतिक संकट के दुष्परिणामों पर विजय प्राप्त करने के लिए पारिवारिक मूल्यों तथा मानवीय
मर्यादा एवं जीवन के प्रति सम्मान की प्रशंसा करते हुए इन्हें उपाय निरूपित किया। संत
जेम्स के पर्व दिवस पर महाधर्माध्यक्ष ने स्पेनवासियों से आग्रह किया कि वर्तमान समय
की कठिन परिस्थिति में व्यक्ति के पारलौकिक अर्थ को मान्यता प्रदान करें। उन्होंने गर्भधारण
से लेकर प्राकृतिक मृत्यु तक मानव जीवन के प्रति सम्मान को मौलिक बताते हुए गर्भपात और
सुखमृत्यु की निन्दा की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि समाज को प्रभावित कर रहा मानवशास्त्रीय
और नैतिक संकट ऐसे विचार का प्रसार कर रहा है कि सबकुछ ठीक है और मानव के अस्तित्व की
विभिन्न पहलूओं पर मानव पर प्रयोग किया जाना ठीक ही है। उन्होंने बल दिया कि मानव में
अंर्तनिहित मर्यादा है और इस पर किसी और मतलब के लिए लक्ष्य के समान विचार नहीं किया
जा सकता है। महाधर्माध्यक्ष बारियो ने ऐसे समाज का निर्माण करने के लिए सबका आह्वान किया
जिसमें नैतिक और आध्यात्मिक सिद्धान्त मानव के पवित्र सम्मान को गारंटी प्रदान करते हैं
और इसे जीया जाता है।