सिडनी, 22 जुलाई, 2009। सिडनी में हुए विश्व युवा दिवस के एक साल पूरा हो जाने पर हज़ारों
लोग जमा हुए उस क्षण को फिर एक बार याद किया जिसने उनके दिलों को छूआ था। सिडनी
के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल पेल्ल ने सोमवार को एक यूखरिस्तीय बलिदान चढाया जिसमे हज़ारों
लोगों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर बोलते हुए धर्माध्यक्ष अंथोनी फिशर ने कहा कि पिछले
साल कई लोग अपनी-अपनी जि़म्मेदारी निभाते-निभाते इतने व्यस्त थे कि कई अच्छी बातों को
न देख पाये और न ही सुन पाये इसलिये एक वर्ष के बाद यह उचित ही है कि वे उन बातों की
याद करें और उन ईश्वरीय संदेशों को अपने जीवन में लागू करें। उन्होंने इस बात पर बल
दिया कि विश्व युवा दिवस के वरदानों को पुनःअनुभव करने, उस पर चिन्तन करने और उसके आदर्शों
के अनुसार अपने को समर्पित करने का समय है। ज्ञात हो कि यूखरिस्तीय समारोह को के
टी.वी. के माध्यम से इंटरनेट में भी उपलब्ध करा दिया गया था ताकि अधिक-से-अधिक लोग इसमें
सहभागी हो सकें। ज्ञात हो कि पिछले साल 20 जुलाई को आयोजित सिडनी में हुए विश्व युवा
दिवस में करीब 26 कार्डिनल, 420 धर्माध्यक्ष, चार हज़ार पुरोहितों ने मिस्सा पूजा बलिदान
चढ़ाया था और लाखों लोगों ने इसमें हिस्सा लिया था। धर्माध्यक्ष ने इस अवसर को याद
करते हुए कहा कि विश्व युवा दिवस उनके लिये ऐतिहासिक एक ईश्वरीय वरदान का समय था जब लोगों
ने पवित्र आत्मा और विश्वबंधुत्व का अऩुभव अपने जीवन में किया था। कार्डिनल पेल्ल
ने विश्व युवा दिवस को सफल बनाने के लिये किये योगदानों की तारीफ़ की और एक प्रीति भोज
दिया। उन्होंने कहा कि विश्व युवा दिवस का आध्यात्मिक फल सबों को प्राप्त हुआ है और उनकी
आशा है कि इसके अनुभव से लोग आऩे वाले वर्षों में लाभान्वित होते रहेंगे।