' पोपुलोरुम प्रोग्रेसियो फाउन्डेशन ' लैतिन अमेरिका और कारीबियन देशों को मदद देगा
वाटिकन सिटी, 18 जुलाई, 2009। पोपुलोरुम प्रोग्रेसियो फाउन्डेशन के नेताओं ने मिल इस
बात की योजना बनायी है कि लैतिन अमेरिका और कारीबियन देशों के ग़रीब और कमजोर वर्ग के
लोगों को सहायता पहुँचायें।
वाटिकन प्रेस ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया
कि जब पोपुलोरुम प्रोग्रेसियो फाउन्डेशन की वार्षिक बैठक अगल 27 से 31 जुलाई तक जर्मनी
के स्वेर्ते कैथोलिक अकाडमी में होगी तो इस बात पर विचार किया जायेगा।
उन्होंने
आगे बताया कि फाउन्डेशन इस बात पर विचार करेगा कि अफ्रीकी देशों के आदिवासियों को किस
तरह से मदद किया जाये।
फाउन्डेशन की सभा इस वर्ष जर्मनी को चुना गया है जो कार्डिनल
पौल जोसेफ कोर्डेस का देश है और जो कोर उनुम के लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष
भी हैं।
ज्ञात हो कि इस फाउन्डेशन ने विश्व के विभिन्न देशों के लोगों के विकास
के लिये आर्थिक रूप से मदद पहुँचायी है। वाटिकन सूत्रों के अनुसार फाउन्डेशन को इस वर्ष
20 देशों के 231 योजनायें प्राप्त हुई।
इन योजनाओं में मुख्य रूप से कृषि के
विकास उत्पादन और बाज़ार सामूदायिक विकास शिक्षा सेमिनार ग्रामीण आवास योजना प्रस्ताव
प्राप्त हुए।
जिन देशों ने अपनी योजनायें भेजीं थी उनमे प्रमुख है कोलोम्बिया,
ब्राजील, पेरु औऱ इक्वाडोर शामिल हैं।
इसके अलावा हैटी मेक्सिको, अरजेनटिना,
चिली, कोस्तारिका, निकारागुओ, दोमिनकन रिपब्लिक, वेनेजुएला, क्यूबा, पनामा, परागुवे और
उरुग्वे भी शामिल हैं।
समाचार के अनुसार इस सभा में कार्डिनल जुवान सान्दोभाल
और इतालिय बिशप्सकोनफेरेन्स के अध्यक्ष जियोवान्नी बात्तिस्ता गनदोल्फो भी हिस्सा लेगे।