यूरोपीय देशों के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रतिनिधियों की बैठक
यूक्रेन के लवीव नगर के समीप स्थित बरायकोव्याची स्थित रिडेम्पटोरिस सेन्टर में 27 यूरोपीय
देशों के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रतिनिधियों ने 9 से 13 जुलाई तक सुखमृत्यु, समलैंगिक
युग्मों द्वारा बच्चों को गोद लेने और मीडिया के साथ कलीसिया के संबंध जैसे मुददों पर
विचार विमर्श किया। यूरोपीय धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की समिति द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति
में बताया गया कि विभिन्न देशों के महासचिवों ने इस वार्षिक बैठक में भाग लिया तथा मानव
प्राणी की मर्यादा को कम करनेवाले सामयिक घटनाओं पर विचार किया। प्रतिभागियों ने इताली
युवती एलुआना एंगलारो के मामले पर विचार किया जो असाध्य रूप से बीमार होने के कारण 17
वर्षों तक बिस्तर पर रही और 17 फरवरी को उनको आहार प्रदान करने वाली टयूब को बंद कर दिया
था। इसके साथ ही इंगलैंड के काथलिक एजेंसियों के मामले पर विचार किया जो समलैंगिक युगमों
को बच्चों को गोद देने की प्रक्रिया के कारण बंद होने के खतरे का सामना कर रहे हैं। समिति
ने इन मामलों पर अपनी चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि ये मामले ऐसे मानवशास्त्रीय नमूने
का प्रसार कर रहे हैं जो जीवन की संस्कृति और परिवार के स्वाभाविक नमूने से दूर हैं।
सम्मेलन के प्रतिभागी सचिवों ने कलीसिया और मीडिया के मध्य संबंध बनाये रखने के महत्व
को स्वीकार किया और इस क्षेत्र में और अधिक विशेषज्ञता का आह्वान क्या। समिति ने सन 2011
में स्पेन के मैड्रिड में आयोजित होनेवाले विश्व युवा दिवस की योजना की भी समीक्षा की।