इन्त्रोद, 13 जुलाई, 2009 । संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें अपने ग्रीष्मावकास के पहले दिन
कुछ देर अपने व्यक्तिगत कार्यों को करने में बिताया।
ज्ञात हो कि संत पापा अपने
परंपरागत ग्रीष्मकालीन अवकाश मनाने के लिये इताली आल्पस के आवोस्ता घाटी के इनत्रोद के
लेस कोम्बेस गये हुए हैँ।
यह भी विदित हो कि संत पापा इसी घाटी में पोप 2005
और 2006 में भी अपनी छुट्टियाँ बिता चुके हैं। और यही संत पापा जोन पौल द्वितीय भी कई
बार अपने अवकाश का समय बिताने जाया करते थे।
वाटिकन सूत्रों के अनुसार संत पापा
29 जुलाई तक जिस निवास स्थान में रहेंगे वह सलेसियन धर्मसमाजियों का बँगला है।
रोम
से ट्यूरिन तक हवाई जहाज में यात्रा करने के बाद संत पापा हेलिकॉप्टर से इनरोद पहुँचे
जहाँ पर वहाँ के मेयर ओसभाल्दो नउदिन, धर्माध्यक्ष जियुसेप्पे अनफोस्सी और स्कूली बच्चों
ने उनका गर्मजोशी से स्वागत् किया।
संत पापा के साथ करीब 40 पत्रकार भी थे। संत
पापा ने पत्रकारों से बातें करते हुए कहा कि अवकाश का समय आराम करने और कुछ आवश्यक कार्यों
को पूरा करने का समय है, पर वे चाहते हैं कि अवकाश के समय आराम करने में बितायें।
पत्रकारों
ने उन्हें जी-8 के बारे में प्रश्न किये और संत पापा ने सम्मेलन की प्रक्रिया और कार्यक्रम
पर अपनी संतुष्टि जतायी।
ज्ञात हो कि सलेसियनों का यह ग्रीष्मकालीन आवास इनत्रोद
प्राकृतिक छंटा से भरपुर है। संत पापा के कमरे से एक ओर यूरोप का सबसे उँची चोटी माउन्ट
बलान्क दिखाई देती है तो दूसरी ओर हरे-भरे पेड़-पौधों से भरा एक बगान है जिसे कुँवारी
माता मरिया को समर्पित किया गया है।
ग्रीष्मकालीन निवास के प्रवेश-द्वार पर ही
क्रूस रास्ता के लिये चौदह स्थान हैं। आशा की जा रही है कि संत पापा अपने अवकाश के
दरमियान अपनी किताब ' जीसस ऑफ नाज़रेथ ' दूसरे भाग को पूरा करेंगे।
संत पापा
के लिये एक पियानो का भी इंतजाम किया गया है ताकि वे उसमें संगीत के द्वारा भी अपना समय
बिता सकें।
ज्ञात हो कि संत पापा रविवार 19 जुलाई को रविवारीय देवदूत प्रार्थना
आम लोगों के साथ करेंगे और लोगों को अपना संदेश और आशीर्वाद देंगे।
यह भी विदित
हो संत पापा ने सन् 2006 में ब्रेसानोने में औऱ 2007 में लोरेनजागो दी कादोरे में अपनी
छुट्टी बितायी थी।
दो पखवारे तक अपनी छुट्टी बिताने के बाद संत पापा कास्तेल
गंदोल्फो जायेंगे जो रोम से 19 मील दूर है जहाँ वे सितंबर के अंतिम सप्ताह तक रहेंगे।