वाटिकन सिटी, 12 जुलाई, 2009। ईसाइयों के महाधर्मगुरु दो सप्ताह के अपने परंपरागत ग्रीष्मवाकाश
के लिये सोमवार 13 जुलाई को भाले दावोस्ता के लेस कोमबेस जायेंगे।
संत पापा ने
उक्त बात की जानकारी उस समय दी जब वे संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में देवदूत प्रार्थना
के लिये एकत्रित तीर्थयात्रियों को संबोधित कर रहे थे।
संत पापा ने कहा कि प्रार्थना
से आपस की दुरियाँ कम हो जातीं हैं। एक-दूसरे के लिये प्रार्थना करने से हमारे ह्रदय-प्राण
एक हो जाते हैं।
इस अवसर पर संत पापा ने लोगों को यह भी याद दिलाया कि जब वे
यात्रा कर रहें हों तो उन्हें चाहिये कि वे सड़क के नियमों का पालन होशियारी से करें।
उन्होंने कहा कि छुट्टी की शुरुआत यात्रा करने से होती है।
अपने कार्यक्रम के
बारे में बताते हुए संत पापा ने कहा कि अवकाश के समय वे आधिकारिक रूप से दो बार लोगों
से मिलेगे।
19 जुलाई को इभरिया धर्मप्रांत के रोमानो कानाभेसे के रुज्जिया प्लाजा़
में लोगों के साथ मरियन प्रार्थना सभा में हिस्सा लेंगे। और 26 जुलाई के लेस कोम्बेस
में लोगों के साथ प्रार्थना करेंगे। दो सप्ताह के बाद संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें अपने
ग्रीष्मकालीन निवास कास्तेल गंदोल्फो जायेंगे जहाँ वे सितंबर महीने के अंत तक रहेंगे।
अवोस्ता
के धर्माध्यक्ष जियुसेप्पे अनफोस्सी ने बताया कि पूरे धर्मप्रांत के लोग संत पापा के
आऩे का बेसब्री से इन्तज़ार कर रहें हैं और उनका मानना है कि संत पापा को आराम के लिये
सारा इन्तज़ाम हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वासियों के लिये संत पापा का
आना ईश्वर का एक बहुत ही बड़ा वरदान है।