संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें और अमेरिका के राष्ट्रपति बाराक ओबामा की पहली मुलाकात
वाटिकन सिटी, 10 जुलाई, 2009। संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें और अमेरिका के राष्ट्रपति के
बीच वाटिकन में हुई पहली मुलाकात में गर्भपात, अंतःकरण के अधिकार की रक्षा और जैव-नैतिकता
जैसे मुद्दों पर विशेष बात हुई।
ज्ञात हो अमेरिका के राष्ट्रपति बाराक ओबामा राष्ट्रपति
जी-8 की शिखर सम्मेलन के सिलसिले में इटली के लाक्विला शहर आये हुए औऱ उन्होंने करीब
आधे घंटे तक संत बार संत पापा से बातचीत की।
इस संबंध में एक जानकारी देते हुए
वाटिकन ने के संवाददाता ने कहा कि बातचीत में इस मुद्दे को विशेष ध्यान दिया गया कि राष्ट्रों
के विकास और मानव की सच्ची प्रगति के लिये मानव जीवन की रक्षा और अंतःकरण के अनुसार जीने
के अधिकार को बचाया जाये।
इस बार्ता में मध्य पूर्व में चल रहे शांति प्रयासों
की भी चर्चा हुई। संत पापा और ओबामा ने बातचीत के दरमियान धर्म और संस्कृति, आर्थिक मंदी
और इसके नैतिक पहलु, खाद्य सुरक्षा अफ्रीका और लैतिन अमेरिका के विकास और नशीले पदार्थों
के ब्यापार आदि विषयों पर भी चर्चायें कीं।
इस अवसर पर संत पापा ने अमेरिका के
राष्ट्रपति को हाल में प्रकाशित कलीसियाई दस्तावेज़ ' कारितास इन वेरिताते ' अर्थात्
' सत्य में प्रेम ' की एक कॉपी और ' दिग्नीतातिस परसोने ' अर्थात् ' मानव की मर्यादा
' की भी एक प्रति दी।
वाटिकन के प्रवक्ता ने इस पर अपने विचार देते हुए कहा कि
मानव की मर्यादा से संबंधित सिद्धांत को दिया जाना बहुत ही महत्त्वपूर्ण है।
उन्होंने
आगे कहा कि अमेरिका में जीवन की रक्षा के संबंध में बहस जारी है और कई बार ओबामा ने चर्च
को राजनीति से अलग कर देखने का प्रयास किया जो कि एक सही सोच है।
फादर लोम्बार्डी
ने यह भी बताया कि राष्ट्रपति चाहते हैं कि वे हर हाल में अमेरिका में हो रहे गर्भपातों
की संख्या कम करें।
उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं ने इस बात की भी चर्चा की
कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति का नैतिक मूल्य क्या है और काथलिक कलीसिया का विकासशील देशों
की प्रगति में क्या योगदान रहा है।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ओबामा ने भी एक ' स्टोल
' भेंट की जो एक रिडेम्पटोरिस्ट धर्माध्यक्ष जोन न्यूमन जिसे हाल ही में संत बनाया गया
के अवशेष पर रखा गया था।
राष्ट्रपति ओबामा संत पापा से अपनी मुलाकात के बारे
में बताते हुए कहा कि उनके लिये यह एक बहुत बड़े सम्मान की बात है।
इस अवसर पर
ओबामा की धर्मपत्नी मिखेले और उसकी बेटियाँ मलिआ और सशा दोनों ने संत पापा से मुलाकात
की और सिसिटीन चैपल और ग्रोटो के भी दर्शन किये।
इस मुलाकात के समय वाटिकन के
सेक्रटरी ऑफ स्टेट कार्डिनल बेरतोने और अंतरराष्ट्रीय मामलों के लिये बनी परमधरमपीठीय
समिति के सचिव महाधर्माध्यक्ष दोमिनिकी मम्बेर्ती भी उपस्थित थे।