भुवनेश्वर, 6 जुलाई 2009। पिछले साल अगस्त माह में कंधमाल में भड़के ईसाई विरोधी हिंसा
का प्रमुख आरोपी और नवनिर्वाचित विधायक मनोज प्रधान को रविवार की सुबह अंतरिम जमानत मिल
गई।
जमानत पर उनकी रिहाई विधायक के रूप में शपथ लेने के लिए मिली है। मनोज जी.उदयगिरी
विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुने गए हैं।
उड़ीसा के कंधमाल दंगा मामले
में गिरफ्तारी के बाद नवंबर 2008 से फुलबनी जेल में बंद थे।
जेल में रहते हुए
ही उन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा और विजयी हुए। कंधमाल जिले में वे भाजपा के इकलौते
विधायक है।
उनके विरुद्ध कंधमाल दंगों से संबंधित हत्या का षडयंत्र, तोड़फोड़ व
आगजनी जैसे विभिन्न मामलों में 14 आरोप दर्ज थे।
12 मामलों में उन्हे पहले ही
जमानत मिल चुकी थी। जेल में रहने के कारण वे विधानसभा के सदस्य के रूप में शपथ नहीं ले
पाए है।
शपथ लेने तथा विधानसभा के महत्वपूर्ण बजट अधिवेशन में हिस्सा लेने के
लिए उन्होंने उड़ीसा हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी।
शनिवार को हाईकोर्ट
ने उनकी अंतरिम जमानत 15 दिन के लिए मंजूर कर ली।