2009-06-24 14:11:00

बुधवारीय- आमदर्शन समारोह के अवसर पर
संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें का संदेश
24 जून, 2009


वाटिकन सिटी, 24 जून, 2009 । बुधवारीय आमदर्शन समारोह में संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में एकत्रित हज़ारों तीर्थयात्रियों को विभिन्न भाषाओं में सम्बोधित किया। उन्होंने अंग्रेजी भाषा में कहा –

प्रिय भाइयो एवं बहनों, आज की धर्मशिक्षामाला में हम आइये हम येसु के पवित्र ह्रदय का पर्व के संदशों पर मनन-चिन्तन करें जिसका त्योहार हमने पिछले शुक्रवार को मनाया है।

इस दिन में परंपरा के अनुसार हमने पुरोहितों की पवित्रता के लिये प्रार्थनायें कीं। हमने उसी दिन पुरोहितों के लिये समर्पित साल का शुभारंभ किया है। इस साल पुरोहितों के संरक्षक संत जोन मेरी वियन्नी की मृत्यु की 150वीं वर्षगाँठ है।

हम जल्द ही संत पौल का जुबिली वर्ष समाप्त करने जा रहें हैं और आने वाले साल को पुरोहितों के साल के रूप में मनाया जायेगा।

संत पौल और जोन मेरी वियन्नी दोनों अपने काम को ईमानदारी और निष्ठापूर्वक निभाया। उन दोनों के शक्ति के श्रोत थे - स्वयं येसु मसीह।

आज मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि पुरोहितों के इस साल में सब पुरोहित अपने आध्यात्मिक जीवन को मजबूत करें ताकि लोग उन्हें ईश्वरीय वरदान के रूप में स्वीकार कर सकें। जैसा कि हम सब जानते हैं कि वास्तव में पुरोहिताई एक वरदान है।

पुरोहित, पुरोहिताई संस्कार के द्वारा येसु मसीह से एक हो जाते हैं और इसी लिये बुलाया जाता है कि वे ' एक दूसरा ख्रीस्त ' बन सके।

पुरोहितों का येसु के साथ व्यक्तिगत संबंध उन्हें इतना येसुमय कर दे कि वे अपना कार्य येसु की इच्छा और योजना के अनुसार कर सकें।

पुरोहितों के इस वर्ष में आइये हम पुरोहितों को माता के चरणों में सौंप दें और उनके लिये प्रार्थना करें ताकि वे ईमानदारी और निष्ठापूर्वक अपना कार्य करें और इस प्रकार वे इस दुनिया में येसु के प्रेम और दया के जीवित चिह्न वन सकें।

इतना कहकर संत पापा ने अपना संदेश समाप्त किया।

उन्होंने इंगलैंड, स्वीडेन, मलावी, दक्षिण अफीका, इंडोनेशिया और अमेरिका के तीर्थयात्रियों, उपस्थित लोगों और उनके परिवार के सब सदस्यों पर प्रभु की कृपा और शांति की कामना करते हुए अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

















All the contents on this site are copyrighted ©.