2009-06-20 14:15:16

कलीसिया को चाहिये पवित्र पुरोहित - संत पापा


वाटिकन सिटी, 19 जून, 2009। संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा है कि काथलिक कलीसिया को पवित्र पुरोहितों की आवश्यकता है और पुरोहितों के पाप कलीसिया के सबसे ज्यादा पीड़ादायक है।

उक्त बातें संत पापा ने उस समय कहीं जब वे संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में आयोजित प्रार्थना सभा में पुरोहितों के लिये शुरु होने वाले वर्ष का के उद्धाटन समारोह में लोगों को संबोधित कर रहे थे।

पुरोहितों के वर्ष की विषयवस्तु है ' येसु की सत्यप्रतिज्ञता, पुरोहितों की निष्ठा। ज्ञात हो कि कलीसिया इस वर्ष पुरोहितों के संरक्षक संत जोन मेरी वियन्नी की मृत्यु का 150वीं वर्षगाँठ मना रही है।

एक साल तक चलने वाले पुरोहितों के वर्ष का समापन अगले साल 9 से 11 जून 2010 को रोम में सम्पन्न होने वाले तीन दिवसीय समारोह साथ सम्पन्न हो जायेगा।

इस अवसर पर बोलते हुए संत पापा ने इस बात पर बल दिया कि काथलिक कलीसिया को आज पवित्र पुरोहितों की ज़रूरत है ताकि वे ईश्वर के प्यार का अनुभव कराने में लोगों की मदद कर सकें।

संत पापा ने लोगों से प्रार्थना करने निवेदन करते हुए कहा कि वे प्रार्थना करें ताकि दुनिया के सब पुरोहितों के दिल के प्रेम से प्रज्वल्लित हो जाये।

उन्होंने कहा कि हम येसु के पवित्र ह्रदय से भी प्रार्थना करें कि वह पुरोहितों को कृपा दे ताकि वे लोगों के हित के लिये कार्य कर सकें और उन सब बुराइयों से बचें जिससे लोगों का अकल्याण हो सकता है।

इस अवसर पर बोलते हुए संत पापा ने यह भी आह्वान किया कि हम अपना मन परिवर्त्तन करें और प्रभु की ओर लौटें और येसु के प्रति समर्पित होकर अपना कार्य करें।

येसु के प्रति पूर्ण वफ़ादारी के लिये हमें चाहिये कि हम संत योहन मेरी वियन्नी के समान पवित्रता की खोज़ में लगे रहें।








All the contents on this site are copyrighted ©.