वाटिकन सिटीः भारत यात्रा पर कार्डिनल तौराँ ने वाटिकन रेडियो से बातचीत की
वाटिकन के वरिष्ठ धर्माधिकारी तथा अन्तरधार्मिक वार्ता सम्बन्धी परमधर्मपीठीय समिति के
अध्यक्ष कार्डिनल जाँ लूई तौराँ ने हाल में सम्पन्न अपनी भारत यात्रा पर मंगलवार को वाटिकन
रेडियो से बातचीत की।
ग़ौरतलब है कि विगत सप्ताह मुम्बई में कार्डिनल ऑस्वल्ड
ग्रेशियस एवं कार्डिनल टेलेसफोर टोप्पो के नेतृत्व में काथलिक कलिसिया के एक प्रतिनिधिमण्डल
ने 12 सदस्यीय हिन्दु शिष्टमण्डल से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में वाटिकन की ओर से कार्डिनल
जाँ लूई तौराँ भी उपस्थित थे।
भारत के हिन्दु दलों द्वारा बारम्बार ख्रीस्तीयों
पर धर्मान्तरण का आरोप लगाये जाने के बारे में कार्डिनल महोदय ने बताया कि इसका कारण
ग़ैरसमझदारी है। उन्होंने कहा कि हिन्दु नेता काथलिक, प्रॉटेस्टेण्ट एवं नवीन ख्रीस्तीय
धर्मपन्थों में कोई भेद नहीं करते इसलिये कुछेक प्रॉटेस्टेण्ट धर्मपन्थों द्वारा संचालित
धर्मान्तरण के लिये सभी ख्रीस्तानुयायियों को उत्पीड़ित करते हैं।
ख्रीस्तीयों
के विरुद्ध हिन्दु चरमपंथी दलों की हिंसा के विषय में कार्डिनल ने कहा कि हिन्दु नेता
भी हिंसक गतिविधियों से सहमत नहीं हैं तथा उनका कहना है कि चरमपंथी दलों की नीतियों का
वे विरोध करते हैं।
मुलाकात के निष्कर्ष के बारे में कार्डिनल तौराँ ने बताया
कि भारत के काथलिक और हिन्दु धर्मानुयायी आपसी सम्मान एवं मैत्री में रहना चाहते हैं
जिसके लिये वार्ताओं का सिलसिला जारी रखने का प्रण किया गया। उन्होंने कहा कि विगत सप्ताह
की मुलाकात एक अच्छी पहल साबित हुई है जिसे जारी रखना तथा फलप्रद बनाना अब स्थानीय कलीसिया
पर निर्भर है।