2009-06-18 09:37:46

वाटिकन सिटीः जी-एट देशों के धार्मिक नेताओं की सन्त पापा से मुलाकात


विश्व के 80 से अधिक धार्मिक नेताओं से मुलाकात के अवसर पर, बुधवार को, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने समाज की संरचना में धर्म की भूमिका के महत्व को प्रकाशित किया।

ग़ौरतलब है कि इटली के आक्विला नगर में जुलाई माह की आठ से दस तारीख तक विश्व के आठ सर्वाधिक औद्योगिक देश, जी एट का सम्मेलन होनेवाला है। इस सम्मेलन की तैयारी हेतु, इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन तथा इटली के विदेश मंत्रालय के तत्वाधान में, जी एट देशों के अस्सी से अधिक धार्मिक नेताओं का सम्मेलन मंगलवार तथा बुधवार को रोम में सम्पन्न हुआ।

धार्मिक नेताओं को सम्बोधित कर सन्त पापा ने कहा, "मेरा विश्वास है कि सम्मेलन विश्व के राजनीतिज्ञों का ध्यान प्रत्येक समाज की सामाजिक संरचना में धर्म के महत्व के प्रति आकर्षित करायेगा तथा उन्हें याद दिलायेगा कि जनकल्याण हेतु नीतियाँ निर्धारित करना उनका गम्भीर दायित्व है।"

जी-एट देशों के धार्मिक नेताओं ने इटली के भूकम्प पीड़ित आक्विला नगर का भी दौरा किया तथा इटली के राष्ट्रपति जोर्जो नापोलितानो से भी मुलाकात की। इस मुलाकात के अवसर पर राष्ट्रपति महोदय ने आध्यात्मिक एवं नैतिक मूल्यों के पुनर्प्रतिष्ठापन का आग्रह किया जो, हाल के समय में, विश्वव्यापी आर्थिक एवं राजनैतिक नेताओं की नीति निर्धारण प्रक्रिया में प्रायः अनुपस्थित रहे हैं। उन्होंने कहा कि धर्म का एक सार्वजनिक आयाम है तथा सार्वजनिक मूल्य है।

जी-एट के दो दिवसीय सम्मेलन में पानी की उपलभ्यता, भोजन, स्वास्थ्य, शिक्षा, शांति एवं सुरक्षा का अधिकार जैसे प्रश्नों पर विचार विमर्श किया जायेगा। अफ्रीका पर विशेष ध्यान दिया जायेगा तथा विश्वव्यापी आर्थिक व्यवस्था की स्थिति तथा इससे उत्पन्न नवीन चुनौतियों का सामना करने हेतु उपायों की खोज की जायेगी।









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