रोमः सन्त पापा ने धर्म के प्रति उदासीनता की चेतावनी दी
रोम में गुरुवार को सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने प्रभु ख्रीस्त की देह महापर्व के उपलक्ष्य
में सन्त जॉन लातेरान महामन्दिर में ख्रीस्तयाग अर्पित किया तथा ख्रीस्तयाग के बाद रोम
के मरियम महागिरजाघर तक यूखारिस्त की शोभा यात्रा का नेतृत्व किया। ख्रीस्तयाग के
अवसर पर प्रवचन करते हुए सन्त पापा ने काथलिक धर्मानुयायियों को धर्म के प्रति उदासीनता
की चेतावनी दी। सन्त पापा ने कहा कि कलीसिया में भी ऐसी प्रवृत्तियाँ देखने को मिल रही
हैं जिनमें गिरजाघरों में जाना, ख्रीस्तयाग में भाग लेना तथा यूखारिस्त ग्रहण करना एक
औपचारिकता रह गई है। सन्त पापा ने यूखारिस्त में विद्यमान येसु की उपस्थिति में विश्वास
के महत्व पर बल दिया और कहा कि विश्वास को अनुदत्त नहीं माना जा सकता। उन्होंने कहा कि
आज कलीसिया में भी धर्म के प्रति उदासीनता का प्रवृत्ति बढ़ रही है जिससे सावधान रहना
होगा ताकि प्रभु ख्रीस्त में विश्वास तथा यूखारिस्त में उनकी आराधना खोखला प्रदर्शन मात्र
बनकर न रह जाये। सन्त पापा ने कहा कि सांसारिक गतिविधियों तथा उनपर अनवरत बनी चिन्ताओं
के कारण यह प्रलोभन रहता है कि प्रार्थना का पाठ जल्द से जल्द खत्म कर दिया जाये। उन्होंने
कहा कि सतही तौर पर और केवल दायित्व पूरा करने के लिये की गई प्रार्थना सच्ची प्रार्थना
नहीं हो सकती क्योंकि सच्ची प्रार्थना हृदय से प्रस्फुटित होती है।