लोकसभा चुनाव में तोड़ने वाली ताकत पराजित – कार्डिनल ऑस्वाल्ड
वाटिकन सिटी, 10 जून, 2009 । कार्डिनल ऑस्वाल्ड ग्रेशियस ने कहा कि हाल में हुए भारत
मे हुए लोकसभा के चुनाव के रिजल्ट से वे प्रसन्न हैं क्योंकि इससे देश को तोड़ने वाली
ताकत पराजित हुई है। कार्डिनल ने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने रोम में संत
पापा और अन्य वाटिकन अधिकारियों से मुलाक़ात की। कार्डिनल ने कहा कि भारत के लोग चाहते
हैं कि देश में शांति और व्यवस्था हो, अल्पसंख्यकों की रक्षा की जाये औऱ उन्हें उचित
सम्मान मिले। उन्होंने आगे बताया कि वे लोकसभा के चुनाव के परिणाम सामने आये उससे
यह स्पष्ट हो जाता है कि लोग विकास चाहते हैं और तोड़ने और भेदभाव करने वाले मुद्दों
से उनका कोई वास्ता नहीं है। इस अवसर पर बोलते हुए मुम्बई का कार्डिनल ने कहा कि
उनकी चिंता है कि ग़रीबों और हाशिये पर जीवन जी रहे लोगों का विकास हो। नयी सरकार
के संबंध में बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि नयी सरकार ग़रीबों के लिये कार्य
करे, भ्रष्टाचार को दूर करे, सुशासन प्रदान करे और अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करे। इस
अवसर पर बोलते हुए कार्डिनल ऑस्वाल्ड ने इस बात की घोषणा कि अंतरधार्मिक वार्ता के लिये
बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष जाँ लुईस तौरान जल्द ही पहली बार हिन्दु धर्मगुरुओं
से मुम्बई में मुलाक़ात करेंगे।