अगरतलाः आदिवासियों के विस्थापन की व्यथा पर साईलिशियन धर्मसमाज की फिल्म
भारत के उत्तर पूर्व में आदिवासियों के विस्थापन की व्यथा पर साईलिशियन धर्मसमाज ने एक
फिल्म का निर्माण किया है जिसे "आदिवासी भारत की एक दुर्लभ झलक" कहा जा रहा है। इस फिल्म
का प्रथम प्रदर्शन विश्व के विभिन्न देशों में किया जा रहा है तथा आगामी शुक्रवार को
न्यूयॉर्क के आधुनिक कला संग्रहालय में इसे दर्शाया जायेगा।
साईलिशियन धर्मसमाज
के पुरोहित फादर जोसफ पुलिन्थनाथ के निर्देशन में "यारुँग" अर्थात् जड़ शीर्षक से बनी
उक्त फिल्म कोरबरोक जनजातीय भाषा में है जो त्रिपुरा के आदिवासी निवासियों के विस्थापन
पर केन्द्रित है। 1970 के दशक में दुमबुर बाँध निर्माण के समय राईमा घाटी में कृषि योग्य
विशाल भू क्षेत्र के जलमग्न हो जाने से लाखों आदिवासी विस्थापित हो गये थे।
95
मिनटोंवाली फिल्म "यारुँग" अब तक भारत सहित 20 अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में प्रदर्शित
की जा चुकी है। इस फिल्म का निर्माण सितम्बर सन् 2008 में किया गया था। न्यूयॉर्क प्रीमियर
के अलावा, फिल्म जुलाई में ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में भी दर्शाई जायेगी।