2009-06-08 13:48:29

मदर पेत्रा को संत बनाये की प्रक्रिया आगे बढ़ी


कन्नुर, 7 जून, 2009। केरल के पुत्तुवन देना सेवा सभा की संस्थापिका मदर पेत्रा डीएसएस को भी जल्द ही संत बना दिया जायेगा। इस आशय की जानकारी कन्नुर के धर्माध्यक्ष वारगीस चकलाकल ने उस समय दी जब वे 4 जून को डीएसएस धर्म समाज के मठ में मिस्सा पूजा संपन्न कर रहे थे।
यूखरिस्तीय समारोह में धर्माध्यक्ष ने यह औपचारिक रूप से घोषणा की कि मदर पेत्रा ईश्वर की सेविका हैं।
ज्ञात हो कि मदर पेत्रा का जन्म सन् 1924 में जर्मनी में हुआ था। उसके बचपन का नाम था कथेरिन और जिन्होंने सन् 1957 ईस्वी में उर्सुलाइन धर्मसमाज में प्रवेश किया और उसमें एक शिक्षिका का कार्य किया।
बाद में कोटायम के कारितास हॉस्पीटल में कार्य करते हुए उन्हें एक नये धर्मसमाज को आरंभ करने की प्रेरणा मिली ताकि वे ग़रीबों और कोढ़ रोग से ग्रस्त लोगों की सेवा कर सके।
उन्होंने देना सेवा सभा की स्थापना सन् 1968 ईस्वी में की। सन् 1976 ईस्वी में उनकी मृत्यु एक सड़क दुर्घटना में हो गयी।
आठ साल ही में इस समाज की संख्या और प्रभाव में भारी वृद्धि हुई। सन् 2008 ईस्वी में धर्मप्रांतीय ट्राईब्यूनल में मदर पेत्रा के संत बनाये जाने की प्रक्रिया का शुरु किया गया और सिस्टर वन्दना को इसका पोस्टुलेटर बनाया गया था।












All the contents on this site are copyrighted ©.