भिन्सेंट नाज़रेथ का तंबाकु और सिगरेट से मुक्ति दिलाने का अभियान
मंगलोर, जून 4, 2009 । मंगलोर के भिन्सेंट नाज़रेथ नामक एक इंश्योरेंश कम्पनी के पूर्व
कार्यकर्त्ता ने तंबाकु और सिगरेट से मुक्ति दिलाने के लिये एक अभियान छेड़ रखा है। उसका
कहना है कि धन्य मदर तेरेसा की सलाह को मानते हुए वह चाहता है कि लोगों को वह तंबाकु
और सिगरेट की बुराई से मुक्त करे। मंगलोर निवासी भिन्सेंट उक्त आशय की जानकारी उस
समय दी जब 31 मई को पूरे विश्व में तंबाकु निषेध दिवस मनाया गया। उन्होंने यह आशा
व्यक्त की है वह बच्चों को तंबाकु की बुराइयों के बारे में जानकारी देगा और उन्हें इसकी
बुराई से बचाएगा। अपने तंबाकु निषेध अभियान के बारे में बताते हुए कहा कि सन् 1994
में उसके 5 वर्षीय पुत्र की मृत्यु ब्रेन ट्यूमर से हो गयी थी। उसी समय धन्य मदर
तेरेसा ने उन्हें प्रेरणा दी थी इसी लिये वह तंबाकु और सिगरेट से मुक्ति के लिये कार्य
करने की ठान ली थी। अपने पुत्र की मृत्यु के बाद उन्होंने अपने बेटे के नाम से ही
एक संस्था की स्थापना की औऱ इसके लिये कार्य करना शुरु किया। 50 वर्षीय भिन्सेंट
ने यह भी बताया कि भारत में करीब आठ लाख लोग प्रत्येक साल तंबाकु से जुड़े हुए रोगों
के कारण मर जाते हैं। मुम्बई में रहते हुए भिन्सेंट ने करीब 200 स्कूलों तंबाकु से
मुक्ति पाने के लिये स्कूली छात्र-छात्राओं के बीच जागरुकता अभियान चलाया है। उन्होंने
यह भी बताया कि एक जून को 12 क्रिश्चियन स्क