ग्वाटेमालाः "आप्रवासियों का स्वागत कलीसिया के मिशन का अभिन्न अंग", कहना वाटिकन के
वरिष्ठ अधिकारी का
ग्वाटेमाला के तेकुम ऊमान नगर में इस समय उत्तरी अमरीका, मेक्सिको, केन्द्रीय अमरीका
तथा करीबियाई देशों के धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के प्रतिनिधियों की सभा जारी है जिसे
मंगलवार को आप्रवासियों एवं पर्यटकों की प्रेरिताई हेतु गठित परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष
महाधर्माध्यक्ष अगोस्तीनो मार्केतो ने सम्बोधित किया।
महाधर्माध्यक्ष ने कहा
कि आप्रवासियों का स्वागत करना काथलिक कलीसिया के प्रेरितिक मिशन का अभिन्न एवं महत्वपूर्ण
अंग है। विभिन्न संस्कृतियों के लोगों के बीच सुसमाचार के प्रेम संदेश को फैलाने हेतु
उन्होंने सभी का स्वागत किये जाने तथा ईश प्रतिरूप में सृजित प्राणी होने के नाते प्रत्येक
मनुष्य के सम्मान पर बल दिया।
महाधर्माध्यक्ष मार्केतो ने कहा कि आप्रवासियों
के स्वागत का अर्थ है विभिन्न राष्ट्रीयताओं, जातियों एवं विभिन्न धर्मों के लोगों के
साथ सम्पर्क साधना। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया कलीसिया की यथार्थ प्रकृति को दृश्यमान
बनाती तथा विविधताओं के बीच एकता के महत्व को बढ़ाती है।
महाधर्माध्यक्ष ने इस
बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि आज आप्रवास प्रक्रिया विश्वव्यापी वास्तविकता बन गई
है जिसकी अवहेलना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि अतीत में कलीसिया का प्रेरितिक मिशन
अफ्रीका अथवा एशियाई महाद्वीपों के मिशन क्षेत्रों पर केन्द्रित रहा करता था किन्तु अब
विभिन्न महाद्वीपों के लोग एक जगह से दूसरी जगह अप्रवास कर रहे हैं इसलिये मिशन को भी
उनके साथ आगे बढ़ना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि आप्रवासियों के लिये मिशन कार्य को वार्ता
एवं सत्य की उदघोषणा पर केन्द्रित होना चाहिये।