बान की मून ने लाहौर में हुए बम विस्फोट की कड़ी निन्दा की
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव बान की मून ने पाकिस्तान के लाहौर शहर में 27 मई को हुए
बम विस्फोट की कड़ी निन्दा की है जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गये और 200 से अधिक लोग
घायल हो गये। श्री बान की मून के प्रवक्ता द्वारा जारी वक्तव्य में कहा गया है कि इस
प्रकार की आतंकी हिंसा को किसी भी तरह से वैध नहीं ठहराया जा सकता है। महासचिव मून ने
हमले के शिकार हुए लोगों के परिजनों को सांत्वना देते हुए घायलों की स्थिति में सुधार
होने की मंगलकामना की है। यूनिसेफ ने बताया कि पाकिस्तान के नोर्थ वेस्ट फ्रंटियर प्रांत
में जारी संघर्ष के परिणामस्वरूप विस्थापितों की संख्या लगभग 30 लाख पहुँच गयी है। संयुक्त
राष्ट्र संघ के रेडियो को दिये गये एक साक्षात्कार में पाकिस्तान में यूनिसेफ के उप प्रतिनिधि
लुक चौविन ने चेतावनी दी है कि विस्थापित नागरिकों के सामने अब भी मानवीय संकट है यदि
अंतरराष्ट्रीय समुदाय आपातकालीन तौर पर हाल में फंड उपलब्ध कराने के संयुक्त राष्ट्र
संघ और मानवतावादी समुदाय द्वारा की गयी अपील का प्रत्युत्तर नहीं देता है। पाकिस्तान
की सरकारी सेना और सशस्त्र लड़ाकाओं के बीच 2 मई से जारी लड़ाई से प्रभावित हुए लोगों
की सहायता के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ और इसके सहयोगियों ने 543 मिलियन डालर उपलब्ध कराने
की अपील की थी। शरणार्थियों संबंधी संयुक्त राष्ट्र संघीय आयोग के कमिश्नर के अनुसार
आंतरिक रूप से विस्थापित हुए लोगों में से मात्र 10 प्रतिशत लंग ही शिविरों में रह रहे
हैं जबकि शेष लोग अपने मित्रों या स्कूल जैसे सामुदायिक मकानों में रह रहे हैं। उन्होंने
कहा कि आंतरिक रूप से विस्थापित हुए लोगों को समिति तम्बू और अन्य जरूरी राहत सामग्रियाँ
उपलब्ध करा रही है।