इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के धर्माध्यक्षों को संत पापा का संदेश
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के धर्माध्यक्षों को 28 मई
को वाटिकन में सम्बोधित करते हुए कहा की यह सम्मेलन उस सामुदायिकता को प्रत्यक्ष प्रतिबिम्बित
कर रही है कि कलीसिया किस प्रकार जीवन जीती है तथा मेषपालीय पहलों और कार्यों के संयोजन
में अभिव्यक्त होकर नियमित रूप से विकसित होती रही है। संत पापा ने शिक्षा प्रेरिताई
पर विशेष ध्यान देने की जरूरत को रेखांकित किया जो ईशवचन और आध्यात्मिक विवेक पर तथा
सामाजिक और सांस्कृतिक योजनाओं पर आधारित है। उन्होंने बल दिया कि सापेक्षवाद और नाशवाद
से प्रभावित समय में शिक्षकों सहित सबके लिए बहुत जरूरी है कि जीवन और मानव के प्रति
तथा तर्क और प्रेम करने की मानव की क्षमता के प्रति अपनी आस्था को प्रकट करें। उन्होंने
शिक्षा के क्षेत्र में हुई प्रगति पर चिंतन करते हुए ऐसे शैक्षणिक कार्यक्रम तैयार करने
पर बल दिया जो येसु ख्रीस्त से संयुक्त और पूर्ण दर्शन से उत्पन्न हो। संत पापा ने कहा
कि सच्चे ईसाईयों तथा परिपक्व स्त्री पुरूषों का निर्माण करना शिक्षा योजनाओं के केन्द्र
में हो। उन्होंने कहा कि विश्व में आये वित्तीय संकट से सर्वाधिक प्रभावित हुए निर्धनों
के प्रति ईसाई अपनी सहदयता प्रकट करें।