2009-05-26 12:23:02

वाटिकन सिटीः चीन के काथलिकों के बीच पुनर्मिलन का प्रयास


वाटिकन ने रविवार को चीन के काथलिकों के लिये एक दस्तावेज़ की प्रकाशना की जिसमें सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने चीन के सभी काथलिकों के बीच एकता एवं पुनर्मिलन का आग्रह किया है।

ग़ौरतलब है कि सन् 2007 में सन्त पापा ने चीनी गणतंत्र के काथलिकों के नाम एक पत्र लिखा था। इसी पत्र का सारसंग्रह अब अँग्रेज़ी एवं चीनी भाषा में वाटिकन की वेब साईट पर प्रकाशित किया गया है।

सारसंग्रह में सन्त पापा ने चीन के काथलिकों से अपील की है कि वे सरकार समर्थित चीन की देशभक्त कलीसिया तथा गुप्त रूप से काथलिक विश्वास का पालन करनेवाले भूमिगत काथलिक धर्मानुयायियों के बीच औपचारिक एवं संरचनात्मक एकता के लिये न रुकें बल्कि अपने पास उपलब्ध साधनों द्वारा सामान्य प्रेरितिक पहलों एवं योजनाओं को अन्जाम दें।

सारसंग्रह में लिखा गया, "स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल समय और तौर तरीके भिन्न हो सकते हैं किन्तु पुनर्मिलन के प्रति समर्पण का परित्याग नहीं किया जा सकता।

चीन के साथ सम्बन्धों को सुधारना तथा चीन के काथलिकों को एक ही कलीसिया के अन्तर्गत रखना सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की प्राथमिकताओं में से एक है। तथापि चीन की सरकार ने सन्त पापा के इस मिशन के प्रति कोई दिलचस्पी नहीं दर्शाई है। आज भी चीन में भूमिगत काथलिक कलीसिया के धर्माध्यक्षों, पुरोहितों तथा धर्मशिक्षकों को गिरफ्तार किया जा रहा है तथा उन्हें नाना प्रकार उत्पीड़ित किया जा रहा है। स्मरण रहे कि चीन में केवल सरकार समर्थित देशभक्त कलीसिया में पंजीकृत होकर ही धर्मपालन किया जा सकता है।

सन्त पापा की आशा है कि चीन के काथलिकों के लिये प्रकाशित नवीन सारसंग्रह चीनी देशभक्त काथलिक कलीसिया तथा भूमिगत काथलिक कलीसिया के विश्वासियों को एकता एवं पुनर्मिलन हेतु व्यावहारिक एवं आध्यात्मिक मार्गदर्शन दे सके।









All the contents on this site are copyrighted ©.