पाकिस्तानः ऊलेमाओं द्वारा तालेबान नीतियों की निन्दा
पाकिस्तान के इस्लामी नेताओं ने तालेबान की नीतियों को ग़लत बताकर स्वात घाटी में तालेबान
द्वारा लागू शरिया के तरीकों का बहिष्कार कर दिया है तथा तालेबान के विरुद्ध पाकिस्तानी
सेना की कार्रवाई को पूर्ण समर्थन दिये जाने का ऐलान किया है। पाकिस्तान के काथलिक
धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने ऊलेमाओं के इस कदम की सराहना कर इसे रचनात्मक बताया है। इस्लामिक
कानून के विशेषज्ञों के संगठन जमियात ऊलेमा ए पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में हुई एक बऐठक
में सर्वसम्मति से एक नौ बिन्दु प्रस्ताव पारित किया जिसमें उन्होंने तालेबान द्वारा
शरिया की व्याख्या का बहिष्कार किया तथा मालाकन्द में निर्दोष लोगों की हत्या की निन्दा
की। सरकारी सेना की कार्रवाई को समर्थन देते हुए उन्होंने कहा कि यह पाकिस्तान की अखण्डता
एवं उसकी स्वतंत्रता पर वार करनेवालों के विरुद्ध लड़ाई है। ऊलेमाओं ने अन्य इस्लामिक
देशों से अपील की कि तालेबान के विरुद्ध वे सब एकजुट होवें तथा आतंकवादियों को इस्लाम
धर्म का दुरुपयोग न करने दें। पाकिस्तानी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने ऊलेमाओं
के इस कदम को रचनात्मक बताया है। सम्मेलन के अध्यक्ष लाहौर के महाधर्माध्यक्ष लॉरेन्स
सलदाना ने देश की जनता एवं संविधान पर प्रहार करनेवालों के विरुद्ध सैन्य कार्रवाई का
स्वागत किया। तालेबान के अत्याचारों से तंग आकर स्वात घाटी से लगभग 15 लाख लोगों ने पलायन
कर लिया है। महाधर्माध्यक्ष ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से इनकी मदद किये जाने की अपील
की है।