बेथलेहेमः सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने फिलीस्तीनीयों के लिये एक स्वतंत्र देश का आव्हान
किया
पवित्रभूमि में अपनी यात्रा का पाँचवा दिन सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने फिलीस्तीनी
प्रदेश के बेथलेहेम नगर में व्यतीत किया जहाँ से उन्होंने फिलीस्तीनीयों के लिये एक स्वतंत्र
देश का आव्हान किया।
ग़ौरतलब है कि काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु इस समय पवित्रभूमि
में अपनी आठ दिवसीय प्रेरितिक यात्रा पर हैं। यह यात्रा आठ मई को जॉर्डन से शुरु हुई
थी जहाँ सन्त पापा तीन दिन तक रहे थे। सोमवार से सन्त पापा इसराएल एवं फिलीस्तीनी क्षेत्रों
का दौरा कर रहे हैं।
बुधवार को सन्त पापा ने फिलीस्तीनी राष्ट्रपति मेहमूद अब्बास
से मुलाकात की, बेथलेहेम के मेनजर स्केयर में लगभग दस हज़ार काथलिक विश्वासियों के लिये
ख्रीस्तयाग अर्पित किया, विश्वव्यापी काथलिक उदारता संगठन कारितास की जर्मन शाखा द्वारा
संचालित कारितास शिशु अस्पताल की भेंट की तथा फिलीस्तीनीयों के आयदा शरणार्थी शिविर का
दौरा किया।
फिलीस्तीनी अधिकारी तंत्र के अध्यक्ष मेहमूद अब्बास से मुलाकात
के अवसर पर उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा, "परमधर्मपीठ, आपके पूर्वजों की भूमि में,
अपने पड़ोसियों के साथ शांति और सुरक्षा में, अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य सीमाओं के
तहत, एक स्वतंत्र फिलीस्तीनी राष्ट्र के निर्माण हेतु आपके लोगों के अधिकार को समर्थन
देती है।"
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से विशेष अपील
की कि वह अपने प्रभाव का उपयोग कर इसराएली फिलीस्तीनी झगड़ों की समाप्ति हेतु न्यायपूर्ण
समाधान की खोज करे ताकि शांति एवं स्थायित्व के लिये इसराएली एवं फिलीस्तीनी लोगों की
न्यायसंगत आकाँक्षाओं को साकार किया जा सके।
इस बीच, सन्त पापा ने बुधवार को
ही बेथलेहेम नगर में यह घोषणा भी की परमधर्मपीठ फिलीस्तीनी अधिकारियों के साथ एक द्विपक्षीय
स्थायी आयोग की रचना करेगा। 15 फरवरी, सन् 2000 को परमधर्मपीठ तथा फिलीस्तीनी मुक्ति
संगठन के बीच एक आधारभूत सुलह पर हस्ताक्षर किये गये थे। इस सुलह के तहत ही उक्त आयोग
की रचना की जा रही है।