नोट्र डाम येरूसालेम सेन्टर में अंतर धार्मिक वार्ता समूह के प्रतिनिधियों को संत पापा
का संदेश
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने नोट्र डाम येरूसालेम सेन्टर में अंतर धार्मिक वार्ता समूह
के प्रतिनिधियों को 11 मई को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि विश्वास सदैव संस्कृति के
अंदर जीती है तथा विश्वासियों का समुदाय ईश्वर के प्रति जितना निष्ठावान रहता है वह उतना
ही आगे बढ़ता है। ईश्वर की वाणी को सुनते हुए अब्राहम के समान हम भी उनके बुलावे का जवाब
देते हैं। उनकी इच्छा को पूरा करने का प्रयास करते हैं। वैश्वीकरण के समय में इंटरनेट
ने व्यापक स्तर पर वर्चुअल संस्कृति बनायी है जिसका अलग अलग मूल्य और असंख्य अभिव्यक्तियाँ
हैं। इन चुनौतियों ने एक ओर निकटता और एकता उत्पन्न की है तो दूसरी ओर सहज से ये बढ़ते
विभाजन के साधन बन सकते हैं जो एकता को खंडित कर विश्लेषण करने, तर्कसंगत निर्णय लेने
की प्रक्रिया जिसे शैक्षणिक और नैतिक परम्पराओं से सीखा जाता है इन बिषम दक्षताओं की
उपेक्षा करती हैं। तीव्र गति से भूमंडलीकृत होते विश्व में धर्म के स्थान से जुड़े सवाल
विश्वासियों के सामने चुनौती प्रस्तुत करते हैं कि हमारे बीच जो सामान्य है इसकी हम स्पष्टता
से उदघोषणा करें। भिन्नताएँ तनाव और टकराहट नहीं लेकिन विभिन्न धर्मों के अनुयायियों
के लिए आश्चर्यजनक अवसर हैं कि वे एक दूसरे को प्रोत्साहन देते हुए गहन सम्मान, आदर और
सराहना में एक साथ जीवन यापन करें। संत पापा ने सबलोगों का आह्वान किया कि ईश्वर के
सत्य से आलोकित होकर साहसपूर्वक आगे बढ़े भिन्नताओं का आदर करें तथा हमें एकता में बाँधनेवाले
तत्वों का प्रसार करें। इस पथ पर आगे बढ़ने में ईश्वर सबको मार्गदर्शन प्रदान करें।