अम्मानः सन्त पापा ने मस्जिद में मनन चिन्तन का क्षण व्यतीत किया
जॉर्डन की राजधानी अम्मान में सम्राट हुसैन बिन तलाल मस्जिद में सन्त पापा बेनेडिक्ट
16 वें ने शनिवार को मनन चिन्तन किया।
क्या सन्त पापा ने मस्जिद में नमाज़ अता
की? पत्रकारों द्वारा यह प्रश्न पूछे जाने पर वाटिकन के प्रेस प्रवक्ता फादर फेदरीको
लोमबारदी ने कहा कि सन्त पापा ने मस्जिद में प्रार्थना नहीं अपितु वहाँ मनन चिन्तन के
कुछ क्षण व्यतीत किये। उन्होंने बताया कि रिवाज़ है कि मस्जिद में मुसलमान धर्मानुयायी
नंगे पैर ही जायें किन्तु सन्त पापा से उनके जूते उतारने के लिये नहीं कहा गया था।
अम्मान
के सम्राट अब्दल्लाह द्वितीय के चचेरे भाई एवं सलाहकार राजकुमार गाज़ी बिन मुहम्मद मस्जिद
में सन्त पापा के साथ थे। इस अवसर पर उन्होंने, 2006 में सन्त पापा के एक प्रभाषण से
उठे विवाद का स्पष्टीकरण करने के लिये वाटिकन तथा सन्त पापा के प्रति आभार व्यक्त किया।
ग़ौरतलब है कि जर्मनी के रेगन्सबुर्ग शहर में अपने एक प्रभाषण में सन्त पापा
ने 13 वीं शताब्दी के बिज़ेनटाईन सम्राट की पंक्तियों को उद्धृत किया था जिसके अनुसार
मुहम्मद साहब की शिक्षाओं को अमानवीय एवं हिंसक बताया गया है। सन्त पापा ने स्पष्ट कर
दिया है कि यह उनका अपना मत कदापि नहीं है।