वाटिकन सिटीः बेनेडिक्ट 16 वें ने पाँच नये सन्तों की घोषणा की
रोम स्थित सन्त पेत्रुस महामन्दिर के प्राँगण में रविवार को ख्रीस्तयाग अर्पित कर सन्त
पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने पाँच नये सन्तों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ये नये सन्त
आज के अस्त व्यस्त समाज में मार्गदर्शन के स्रोत बन सकते हैं।
इटली के पुरोहित
आर्क आन्जलो तदिनी के विषय में सन्त पापा ने कहा कि उन्होंने उन पीड़ितों की सेवा की
जो उस युग के आर्थिक संकट को सह रहे थे। इन लोगों की सहायता के लिये उन्होंने ऋण योजना
आरम्भ की, चरखा कातने का काम शुरु करवाया तथा महिला श्रमिकों की मदद के लिये धर्मबहनों
के एक मठ की स्थापना भी की। सन्त पापा ने कहा कि सन्त तदिनी ने ये कार्य श्रम जगत में
नाज़रेथ के पवित्र परिवार का आदर्श स्थापित करने के उद्देश्य से किये। उन्होंने कहा कि
आज विश्व में व्याप्त आर्थिक एवं वित्तीय संकट की पृष्टभूमि में सन्त तदिनी सबके लिये,
विशेष रूप से, मार्केट और बाज़ार नीति से संलग्न विश्व नेताओं के लिये सहायता और निःस्वार्थ
सेवा के आदर्श सिद्ध हो सकते हैं।
इसी प्रकार सन् 1348 ई. में महामारी के प्रकोप
से घिरे लोगों की सेवा में जुटे, नये सन्त बेरनार्दो तोलोमेई को सन्त पापा ने उदारता
के यथार्थ शहीद की संज्ञा प्रदान की। सन्त पापा ने कहा कि प्रार्थना एवं बीमारों की सेवा
में अपना जीवन अर्पित करनेवाले ये महान सन्त स्वास्थ्य सेवा में संलग्न सभी लोगों के
आदर्श हैं।
पुर्तगाल के नये सन्त नूनो दे सान्ता मरिया आलवारेज़ पेरेरा के विषय
में सन्त पापा ने बताया कि देश की रक्षा में संलग्न सैन्य अधिकारी पेरेरा ने अपनी पत्नी
की मृत्यु के बाद अपना सबकुछ ग़रीबों बाँट दिया तथा कारमेल मठवासी जीवन का आलिंगन कर
लिया। निर्धनों में भोजन वितरित करने के विनीत काम द्वारा उन्होंने अपने जीवन को साकार
किया इसीलिये वे आज हम सबके आदर्श बन गये हैं।
नये सन्तों में गेरट्रूड कोमेनसोली
भी हैं जिनके विषय में सन्त पापा ने कहा कि उनके द्वारा व्यतीत प्रार्थना एवं मनन चिन्तन
का जीवन सभी धर्मसमाजियों, धर्मसंघियों एवं समाज सेवा में संलग्न लोगों के लिये प्रेरणा
का स्रोत है। उन्होंने कहा कि आज के अस्त व्यस्त जीवन को उनसे दिशा निर्देशन मिल सकता
है।
19 वी. शताब्दी के आध्यात्मिक एवं सामाजिक संकट के समय धर्मबहन के रूप में
युवा महिलाओं को मार्गदर्शन देनेवाली इटली की धर्मबहन कैथरीन वोलपीचेल्ली को भी रविवार
को सन्त पापा ने सन्त घोषित किया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को समाज में उनका उपयुक्त
स्थान दिलवाने में धर्मबहन कैथरीन हम सब के लिये आदर्श का स्रोत बनी रहेंगी।
सन्त
पापा ने कहा कि नये सन्तों द्वारा दिये गये उदाहरण यह दर्शाते हैं कि आर्थिक एवं सांस्कृतिक
असमानता के परे न्याय एवं एकात्मता पर आधारित समाज का निर्माण सम्भव है।