वाटिकन सिटीः वाटिकन ने ईरानी राष्ट्रपति की टिप्पणी को अतिवादी एवं अस्वीकार्य बताया
वाटिकन ने इसराएल के विरुद्ध ईरानी राष्ट्रपति की टिप्पणी को अतिवादी एवं अस्वीकार्य
बताया है। सोमवार को जिनिवा में ईरानी राष्ट्रपति के इसराएल विरोधी वकतव्यों के बाद उठे
विवादों पर इताली टेलेविज़न को दी एक भेंटवार्ता में वाटिकन के प्रेस प्रवक्ता तथा वाटिकन
रेडियो के महानिर्देशक फादर फेदरीको लोमबारदी ने कहा कि यद्यपि ईरानी राष्ट्रपति ने यहूदी
नरसंहार अथवा इसराएल के अस्तित्व में रहने के अधिकार से इनकार नहीं किया तथापि उनके भाषण
के कुछ अंश अतिवादी एवं अस्वीकार्य अभिव्यक्तियों से भरे थे। उन्होंने कहा कि इसीलिये
यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है कि हम प्रत्येक मानव व्यक्ति की प्रतिष्ठा के प्रति सम्मान
की पुष्टि करें तथा सब प्रकार के नस्लवाद एवं असहिष्णुता का विरोध करें। रविवार को
सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने सम्मेलन को नस्लवाद के विरुद्ध संघर्ष की एक अति महत्वपूर्ण
पहल बताकर इसका समर्थन किया था जिसके बाद रोम के प्रधान यहूदी रब्बी रिकार्दो दी सेन्नी
ने चिन्ता जताई थी। उन्होंने कहा था कि सन्त पापा बेनेडिक्ट ने सामीवाद विरोधी भावनाओं
के विरुद्ध संघर्ष के प्रति समर्पण व्यक्त किया है इसलिये सम्मेलन को उनके द्वारा समर्थन
दिया जाना चिन्ताजनक एवं किंकर्तव्यविमूढ़ कर देनेवाला है। इसराएल के विदेश मंत्रालय
ने भी वाटिकन की सम्मेलन में उपस्थिति पर आपत्ति जताई है। मंत्रालय के प्रवक्ता यिगाल
पालमोर ने कहा कि ईरानी राष्ट्रपति के भाषण के बाद, वाटिकन सहित जो देश इस सम्मेलन में
भाग ले रहे हैं उन्हें अपने अन्तःकरणों की जाँच करनी चाहिये। वाटिकन के प्रवक्ता
फादर लोमबारदी ने वाटिकन की सम्मेलन में उपस्थिति को उचित बताकर कहा कि विश्व के अधिकांश
देश इसमें भाग ले रहे हैं तथा जिस घोषणा के प्रारूप को अनुमोदन दिया जाना है वह स्वीकार्य
है क्योंकि उसमें से आपत्तिजनक अंशों को हटा दिया गया है। उन्होंने इस बात पर बल दिया
कि वाटिकन जिनीवा सम्मेलन में इसलिये भाग ले रहा है क्योंकि नस्लवाद एवं असहिष्णुता सम्बन्धी
संघर्ष में विकास का यह एक अच्छा मौका है।