नई दिल्लीः भारतीय चुनावों के लिये येसु धर्मसमाजी लोकघोषणा
भारत के येसु धर्मसमाजियों ने आगामी आम चुनावों के लिये एक नवीन लोकघोषणा प्रकाशित की
है जिसका उद्देश्य नागरिकों के नागर अधिकारों सहित उनके आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक
अधिकारों पर बल देना है। 16 अप्रैल से 13 मई तक भारत के विभिन्न राज्यों में लोकसभा
की सीटों के लिये आम चुनाव होनेवाले हैं। लोकघोषणा में कहा गया कि लोगों में, विशेष
रूप से, समाज के निर्धनतम लोगों में निराशावाद को समाप्त करने का यह एक अच्छा अवसर है।
लोकघोषणा भावी नेताओं को सम्बोधित है जिनसे आगद्रह किया गया है कि निर्धनों, हाशिये से
बाहर रहनेवालों तथा भेदभाव का शिकार बने लोगों के पक्ष में वे अपने दृढ़ समर्पण को व्यक्त
करें, जीवन की सुरक्षा एवं उसकी देखरेख के लिये उपयुक्त नीतियाँ बनायें और साथ ही मानवाधिकारों
का सम्मान करते हुए भारतीय समाज में शांति एवं मैत्री को प्रोत्साहित करें। लोकघोषणा
की प्रस्तावना नई दिल्ली में सम्पन्न एक कार्यशिविर के दौरान की गई जिसमें देश के विभिन्न
भागों से नागर समाज सेवा से संलग्न अधिकारियों ने भाग लिया। येसु धर्मसमाजियों द्वारा
प्रस्तावित उक्त लोकघोषणा में जातिविहीनों एवं जनजातियों के लोगों की रक्षा करना, लोगों
के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व को प्रोत्साहित करना, सभी को धर्म पालन की स्वतंत्रता प्रदान
करना, जीवन की प्राथमिक आवश्यकताओं जैसे खाद्य, आवास, शिक्षा एवं चिकित्सा का आश्वासन
देना आदि प्राथमिकताओं को रेखांकित किया गया है। लोकघोषणा में यह भी कहा गया कि धर्म
के आधार पर समाज में भेदभाव एवं झगडों, अन्यों का अपमान तथा भारतीय इतिहास एवं संस्कृति
के विकृत रूप को प्रस्तुत कर युवाओं को भड़काने के प्रयासों को समाप्त किया जाना अनिवार्य
है।