अर्जेन्टीना के धर्माध्यक्षों के दूसरे समूह को पंचवर्षीय पारम्परिक मुलाकात की समाप्ति
पर संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने सम्बोधित करते हुए उन्हें प्रोत्साहन दिया कि वे सुसमाचार
प्रचार के मिशन को जारी रखें, पुरोहितों और लोकधर्मियों को ईश्वर के प्रेम और ज्ञान की
और ले चलें ताकि वे इस संसार में सुसमाचार के साक्षी बनें। संत पापा ने इस बात की पुष्टि
की कि यह अत्यंत जरूरी है कि अर्जेन्टीना और सब देशों में व्यापक और समग्र सुसमाचारीकरण
कार्य को लागू किया जाये। इसमें न केवल धर्मसिद्धान्तों की शिक्षा देना हो बल्कि येसु
ख्रीस्त के व्यक्तित्व और प्रेम के रहस्य की उदघोषणा करना हो। संत पापा ने धर्माध्यक्षों
को संत पापा पौल षष्टम के विश्व पत्र इवांजेली नुनसियांदी का स्मरण कराया जिसमें सुसमाचार
प्रचार सर्वप्रथम सरल और प्रत्यक्ष रूप से ईश्वर की साक्षी देना है जिसे पवित्र आत्मा
के माध्यम से प्रभु येसु में प्रकट किया गया। संत पापा ने बल दिया कि प्रत्येक व्यक्ति
के लिए सुसमाचार प्रचार करने का सर्वप्रथम तरीका अपने जीवन से साक्ष्य प्रदान करना है।
जीवन की पवित्रता कीमती उपहार है जिसे व्यक्ति कलीसिया के यथार्थ नवीनीकरण के लिए समुदायों
को अर्पित कर सकता है। व्यापक स्तर पर आर्थिक संकट से प्रभावित वर्तमान समय में इसकी
बहुत जरूरत है।