अफ्रीका के विद्यार्थी संत पापा के समर्थन में 29 मार्च रविवार को एक प्रदर्शन करेंगे
रोम, 28 मार्च, 2009 । रोम में रह रहे अफ्रीका के विद्यार्थियों ने संत पापा के समर्थन
में 29 मार्च रविवार को एक प्रदर्शन करने का निर्णय किया है। उनका मानना है कि कुछ
कम्पनियाँ संत पापा के कोन्डोम संबंधी बयान के बहाने अपना व्यावसायिक लाभ कमाना चाहती
हैं। विद्यार्थी अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बताना चाहते हैं कि वे संत पापा की आलोचनाओं
का विरोध करते हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए वाटिकन रेडियो ने बताया कि अफ्रीका
छात्र 29 मार्च को साढ़े ग्यारह बजे संत पेत्रस महागिरजाघर के प्रांगण में जमा होंगे,
संत पापा के साथ अंजेलुस की प्रार्थनायें करेंगे और संत पापा के लिये अपना समर्थन प्रकट
करेंगे। इस विरोध समारोह में अफ्रीकी छात्र यह भी बतायेंगे कि संत पापा बेनेदिक्त
सोलहवें ने अफ्रीका के सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और पर्यावरण संबंधी जो कठिनाइयों
और समाधान के बारे में जो बयान दिये है, उन पर ध्यान देने से अफ्रीका को समस्यायों से
मुक्त किया जा सकता है। अफ्रीका के विद्यार्थियों ने इस बात को स्पष्ट किया कि संत
पापा का संदेश स्पष्ट था कि अफ्रीका की प्राथमिकतायें अन्न जल स्वास्थ्य और स्थानीय शक्ति
और श्रोतों का सदुपयोग होनी चाहिये। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे चाहते हैं कि
संत पापा की बातों का अनावश्य का विवादपूर्ण न बनाया जाये। वे इसका भी विरोध करते हैं
कि अफ्रीका को कोन्डोम का विशेष क्रेता बनाया जाये। विद्यार्थियों ने इस बात पर भी
बल दिया कि संत पापा चाहते हैं कि एडस् से पीड़ित लोगों की उचित तरीके से देख-रेख हो
और अफ्रीका में शिक्षा का प्रसार हो ताकि इस संबंध में लोगों में जागरुकता बढ़े।