कैमरून तथा अँगोला में अपनी सात दिवसीय यात्रा पूरी कर सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें सोमवार
सन्ध्या रोम लौट आये हैं। सोमवार को उन्होंने लुआण्डा स्थित प्रेरितिक राजदूतावास के
आराधनालय में ख्रीस्तयाग अर्पित किया तथा दूतावास के कर्मचारियों से विदा लेकर अपनी पारदर्शी
मोटरगाड़ी से पाँच किलोमीटर की दूरी पर स्थित लुआण्डा के अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के
लिये प्रस्थान किया। हवाई अड्डे तक जाते पाँच किलोमीटर लम्बे मार्ग के ओर छोर एकत्र होकर
लुआण्डा के लोगों ने अपने यहाँ आये मेहमान को विदा किया। हवाई अड्डे पर आयोजित विदाई
समारोह के समय सन्त पापा को सैन्य सलामी दी गई तथा वाटिकन एवं अँगोला के राष्ट्रीय गीतों
की धुनें बजाई गई। इस अवसर पर सम्पूर्ण देश की ओर से अँगोला के राष्ट्रपति दोस सान्तोस
ने सन्त पापा के प्रति उक्त यात्रा के लिये हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि सन्त
पापा की उपस्थिति तथा उनके सन्देशों ने अँगोला की सरकार को आलोकित किया है तथा यहाँ के
नागरिकों में आशा का संचार किया है। भगदड़ में मारी गई युवतियों को सार्वजनिक रूप से
याद करने के लिये भी उन्होंने सन्त पापा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। अँगोला से विदा
लेते हुए सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने कहा............Pope’s discourse no.16