अफ्रीका में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की यात्रा सम्पन्न
काथलिक कलीसिया के जगतगुरु सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें अफ्रीका में अपनी सात दिवसीय प्रेरितिक
यात्रा पूरी कर सोमवार सन्ध्या रोम लौट आये हैं। कैमरून तथा अँगोला की सात दिवसीय यात्रा,
अफ्रीकी महाद्वीप में, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की प्रथम तथा इटली से बाहर उनकी 11
वीं प्रेरितिक यात्रा थीं। कैमरून की कुल आबादी लगभग एक करोड़ अस्सी लाख है इनमें 27
प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायी हैं। अँगोला की कुल आबादी एक करोड़ साठ लाख है जिनमें साठ
प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायी हैं। निर्धनता, भुखमरी, एड्स महामारी, राजनैतिक अस्थिरता
एवं प्राकृतिक संसाधनों के शोषण का शिकार ये दोनों ही देश बने हैं किन्तु अँगोला तीस
वर्षों तक गृहयुद्ध से भी जूझता रहा है। सन्त पापा की यात्रा का उद्देश्य अफ्रीका महाद्वीप
के इन्हीं पीड़ितों को विश्वास में सुदृढ़ करना तथा इनमें आशा का संचार करना था। यात्रा
पर जाने से पूर्व सन्त पापा ने खुद कहा थाः – "मैं अफ्रीका के काथलिकों के विश्वास को
सुदृढ़ करना चाहता, ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों के ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक समर्पण को प्रेत्साहन
देना चाहता तथा सभी के लिये उस शांति की घोषणा करना चाहता हूँ जिसके प्रसार का कार्यभार
प्रभु ने अपनी कलीसिया के सिपुर्द किया है।"