सन्त पापा द्वारा जादू टोने की कड़ी निन्दा, अँगोला के नागरिकों से मनपरिवर्तन का आग्रह
अँगोला की राजधानी लुआण्डा स्थित साओ पाओलो गिरजाघर में शनिवार को सन्त पापा ने ख्रीस्तयाग
अर्पित किया जिसमें अँगोला एवं साओ तोम के डेढ़ हज़ार से अधिक धर्माध्यक्षों, पुरोहितों,
गुरुकुल छात्रों, धर्मबहनों, लोकधर्मी धर्मशिक्षकों एवं कलीसियाई स्वयंसेवकों ने भाग
लिया। गिरजाघर के बाहर एकत्र हज़ारों लोगों ने टेलेविज़न के पर्दे से सन्त पापा का सन्देश
सुना। इस अवसर पर उन्होंने देश में प्रचलित जादू टोना, ओझाई एवं अभिचार की कड़ी निन्दा
की तथा कलीसियाई धर्माधिकारियों एवं कार्यकर्त्ताओं से अनुरोध किया क् वे ओझाओं एवं जादू
टोना करनेवालों के चँगुल में फँसे लोगों को स्वतंत्र करने का हर सम्भव प्रयास करें। सन्त
पापा ने कहा बहुत सारे लोग आत्माओं तथा बुराई की शक्तियों के आतंक में जीवन यापन कर रहे
हैं। अपनी सम्भ्रान्तता में वे सड़क पर जीवन यापन के लिये बाध्य निसहाय बच्चों एवं वृद्धों
पर बुरी नज़र रखने तथा जादू टोना करने का आरोप लगा रहें हैं।
ग़ौरतलब है कि विगत
वर्ष पुलिस ने धर्मपन्थों के चँगुल में फँसे 40 बच्चों को बचाया था। इन बच्चों को और
वृद्धों को इन्हीं के परिवार सदस्यों ने शैतानी शक्ति से आसक्त बताकर कुछ धर्मपन्थों
के हवाले कर दिया था। उदाहरणार्थ करिशमाई गुरिल्ला नेता और ऊनीता विपक्षी दल के अध्यक्ष
योनास सामविम्बी ने सरकार के विरुद्द अपनी लड़ाई में एक जादुगरनी का साथ लिया था क्योंकि
उनका विश्वास था कि जादुगरनी उनके शत्रुओं से उनकी रक्षा करेगी। किन्तु अँगोला में आत्माओं,
जादू टोना आदि में विश्वास धर्मपन्थों के भी परे है। मानवाधिकार दलों का कहना है कि विशेष
रूप से गाँवों में परित्यक्त बच्चों को बुरी आत्माओं से आसक्त माना जाता है।
सन्
2002 में अँगोला में गृह युद्ध समाप्त हुआ और उसके बाद से ही देश में धर्मपन्थों की संख्या
बढ़ने लगी है जो काथलिक धर्मानुयायियों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। विशेषज्ञों का
कहना है कि धर्मपन्थ अँगोला के निर्धन लोगों को इसलिये आकर्षित करते हैं क्योंकि उनके
पूजा पाठ में पारम्परिक अफ्रीकी प्रथाओं को मिला लिया गया है। प्रायः धर्मपन्थ लोगों
को यह बताने में लगे रहते हैं कि उनके पास बुरी आत्माओं को निकालने, उनकी समस्याओं को
दूर करने तथा सुखमय जीवन दिलाने की शक्ति है। स्मरण रहे कि अँगोला की अधिकाँश जनता दो
अमरीकी डॉलर प्रतिदिन की आय पर जीवन गुज़ारती है।
शनिवार को अपने प्रवचन में सन्त
पापा ने काथलिक धर्मानुयायियों से आग्रह किया कि वे कलीसिया से भटके हुए लोगों को इस
बात का विश्वास दिलायें कि प्रभु ख्रीस्त ने अपने मरण एवं पुनःरुत्थान द्वारा मृत्यु
एवं बुराई की सभी शक्तियों पर विजय पाई है।