2009-03-17 12:40:43

कैमरून और अँगोला में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की प्रेरितिक यात्रा की पृष्टभूमि


काथलिक कलीसिया के जगतगुरु सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें मंगलवार 17 मार्च को रोम से अफ्रीका में अपनी प्रथम प्रेरितिक यात्रा के लिये रवाना हो गये। रोम से कैमरून की राजधानी याऊन्दे तक लगभग छः घण्टों की हवाई यात्रा पूरी कर, स्थानीय समयानुसार अपराह्न चार बजे, वे यात्रा के प्रथम पड़ाव कैमरून पहुँच रहे हैं। 17 मार्च से 23 मार्च तक जारी, अफ्रीकी महाद्वीप में, सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की यह प्रथम प्रेरितिक यात्रा है जिसके दौरान वे कैमरून एवं अँगोला देशों का भ्रमण करेंगे। इस यात्रा का एक खास कार्यक्रम सन्त पापा द्वारा अफ्रीका के काथलिक धर्माध्यक्षों को उनकी आगामी धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के लिये निर्देशन देना है। यह धर्मसभा अक्तूबर माह में वाटिकन में होना तय है। सन् 2005 में कलीसिया के परमाध्यक्ष नियुक्त किये जाने के बाद से सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें इटली से बाहर दस प्रेरितिक यात्राएँ कर चुके हैं, कैमरून तथा अँगोला में इस समय जारी यात्रा, उनकी 11 वीं विदेश यात्रा है।

फ्राँस तथा ब्रिटेन का उपनिवेश राष्ट्र कैमरून गणतंत्र का निर्माण पहली अक्तूबर सन् 1961 ई. को हुआ था। इस समय कैमरून संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व श्रम संगठन का सदस्य होने के साथ साथ राष्ट्र मण्डल, इस्लामी देशों के कान्फ्रेन्स संगठन तथा अफ्रीकी संगठन का भी सदस्य है। उत्तरी पश्चिमी भाग में नाईजिरिया, उत्तरी दक्षिणी भाग में चाद, पूर्व में केन्द्रीय अफ्रीका, दक्षिण में कान्गो, गेबोन एवं इक्वेटोरियल गिनी, पश्चिम में गिनी की खाड़ी तथा उत्तर में चाद की सामीओं से संलग्न कैमरून की कुल आबादी लगभग एक करोड़ अस्सी लाख है। इनमें 27 प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायी, 17 प्रतिशत अन्य ख्रीस्तीय सम्प्रदाय के लोग, 22 प्रतिशत इस्लाम धर्मानुयायी तथा 26 प्रतिशत परम्परावदी धर्मों को माननेवाले हैं।















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