सुसमाचार प्रचार का लक्ष्य सौहार्दपूर्ण स्थायी रिश्ता – महाधर्माध्यक्ष थोमस मेनामपारम्पील
अगरतला, 9 मार्च, 2009 । सुसमाचार प्रचार का लक्ष्य होना चाहिये व्यक्तिगत और सौहार्दपूर्ण
रिश्ता, जो सदा बरक़रार रहे। उक्त बातें अगरतला के एसडीबी महाधर्माध्यक्ष थोमस मेनामपारम्पील
ने उस समय कहीं जब वे अगरतल्ला बिशप हाउस में 3 से 5 मार्च तक सुसमाचार प्रचार विषय
पर आयोजित संगोष्ठि को संबोधित कर रहे थे। महाधर्माध्यक्ष ने पूरे धर्मप्रांत से
आये 120 प्रतिनिधियों से कहा कि काथलिक विश्वासियों को सुसमाचार के नये तरीके खोजने चाहिये
ताकि काथलिक विश्वास को अर्थपूर्ण और मित्रतापूर्ण भाव से जीया जा सके। इस असवर पर
बोलते हुए धर्माध्यक्ष लूमेन मोनतियेरो ने कहा कि धर्मप्रांत के हर व्यक्ति को सुसमाचार
का प्रचारक बनना है और ख्रीस्त की ज्योति को विश्व में जलाना है। ज्ञात हो कि अगरतल्ला
धर्मप्रांत के सुसमाचार प्रचार के लिये बनी आयोग ने इस संगोष्टि का आयोजन किया था। सीसीबीआई
के सुसमाचार प्रचार के लिये बनी आयोग के महासचिव फादर विजय शांतिराज ने उद्घाटन भाषण
में कहा कि सुसमाचार का प्रचार करना प्रत्येक ईसाई का परम कर्त्तव्य है। उपस्थित
प्रतिभागियों ने इस बात पर एकजुटता दिखायी कि वह समय आ गया है जब उन्हें चाहिये कि पूरे
धर्मप्रांत की प्राथमिकता हो सुसमाचार का प्रचार।