अमेरिका के रेनो में अन्तरधार्मिक प्रार्थना सभा का आयोजन
रेनो, 6 मार्च, 2009। अमेरिका की कार्मेलाइट धर्मबहनों ने अंतरधार्मिक वार्ता को बढावा
देने के लिये ' यूनिवर्सल सोसायटी ऑफ हिन्दुइज़म ' के अध्यक्ष राजन जे़द को आमंत्रित
किया।
कार्मेल सिस्टरों द्वारा आयोजित इस अंतरधार्मिक सम्मेलन में ईसाई और हिन्दु
समुदाय के लोगों ने मिल कर प्रार्थनायें कीं।
प्रार्थना सम्मेलन के बारे में
बताते हुए कार्मेल धर्म समाज की सुपीरियर सूसन वेबर ने बताया कि राजन ज़ेद के साथ प्रार्थना
करने का उनका अनुभव अद्वितीय रहा।
उनके प्रार्थना सभा में आने से अन्तरधार्मिक
वार्ता के क्षेत्र में उठाये जा रहे पहल को उर्जा प्राप्त हुई है। सुपीरियर सुसन वेबर
ने बताया कि राजन ने भगवद् गीता से पाठ पढ़ा और प्रार्थनाएँ की और प्रार्थना का अन्त
ओम शांति से की।
भगवद् गीता के वे पवित्र शब्द जिनका राजन ने उच्चारण किया वे
थे प्रभु हमें असत्य से सत्य की ओर ले चलो अँधेरे से ज्योति में ले चलो और मृत्यु से
अमरता की ओर ले चलो।
प्रार्थना सभा के बाद बोलते हुए राजन ज़ेद ने कहा कि हमें
एक-दूसरे धर्मों से बहुत कुछ सीखना है और सत्य तक पहुँचना है।
उन्होंने इस बात
पर भी बल दिया कि जब हम एक-दूसरे से वार्ता करते हैं तो हमारी आध्यात्मिकता मजबूत होती
है।
उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की है कि इस प्रकार का अंतरधार्मिक प्रार्थना
सभा का आयोजन प्रत्येक वर्ष हो और वे इसमें सहर्ष सहभागी होंगे।
ज्ञात हो कि कार्मल
धर्मसमाज की स्थापना 12वी शताब्दी में हुई थी और इसके सदस्य मठवासी होते हैं और अपना
जीवन प्रार्थना ध्यान और मठ के भीतर ही शारीरिक श्रम करके बिताते हैं। कारमेल ऑफ आवर
लेडी ऑफ माउनटेन मोनास्टरी नेवादा के रेना में 19 एकड़ भूमि में अवस्थित है।