देश को धर्मनिर्पेक्ष और प्रजातांत्रिक सिद्धांतो में विश्वास करने वाले नेता चाहिये
- सीबीसीआई
नयी दिल्ली, 28 फरवरी, 2009। कैथोलिक बिशप्स कोन्फेरेन्स ऑफ इंडिया ने शुक्रवार 27 फरवरी
को लोगों से अपील की है कि वे आने वाले चुनाव में वैसे प्रतिनिधियों को चुने जो धर्मनिर्पेक्ष
और प्रजातांत्रिक सिद्धांतो में विश्वास करते हों।
उक्त बात की जानकारी देते
हुए सीबीसीआई के महासचिव स्तानिस्लास फर्नान्डेज़ ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की और
कहा कि वे देश के नागरिकों को चाहिये कि वे स्वच्छ छविवाले प्रतिनिधियों को ही अपना वोट
दें।
इसके साथ वे यह भी ध्यान दें कि उनका प्रतिनिधित्व करने वाला युवाओं महिलाओं
और विशेषकरके निर्धनों और हाशिये पर जीवन-बसर करने वाले लोगों के के लिये कार्य करने
के लिये तत्पर हो।
उन्होंने आगे कहा कि लोग इस बात के लिये एक हो जायें उन्हें
अपना नेता चुने जो मानवाधिकारों की रक्षा अर्थात् स्वतंत्रता समाना न्याय और संविधान
में निहित अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिये कार्य कर सकें।
सीबीसीआई
के महासचिव ने इस बात पर भी बल दिया है कि देशवासियों को चाहिये कि वे ऐसे प्रतिनिधियों
का चुनाव करें जो ग़रीबी-उन्मुलन और निरक्षरता दूर करने के लिये कार्य कर सकें।
लोग
उन्हें वोट दें जो ईसाइयों और अल्पसंख्यकों के साथ पक्षपातपूर्ण व्यवहार न करें और जो
राष्ट्रपति की 1950 की आज्ञा के अनुसार इस बात का समर्थन करें कि दलित ईसाइयों को भी
समान अधिकार और आरक्षण प्राप्त हो।
सीबीसीआई ने अपने चुनाव निर्देश जारी करते
हुए इस बात पर भी बल दिया है कि प्रतिनिधि ऐसे चुने जायें जो बालश्रम को दूर करने के
लिये कदम उठायें और उनके लिये स्कूल की उचित व्यवस्था करें।
सीबीसीआई ने इस बात
की आशा जतायी हैं कि जनप्रतिनिधि ऐसे लोग बनें जो लिंग-विभेद न करें वरन् सबके साथ समान
व्यवहार करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में उनके लिये रोज़गार के उचित अवसर देने के लिये
उत्साहित रहें।