2009-02-26 17:16:07

ब्राजील बंधुत्व अभियानः शांति न्याय का फल है


ब्राजील में काथलिक कलीसिया चालीसाकाल के समय पारम्परिक रूप से ब्राजील बंधुत्व अभियान चलाती है। इस वर्ष के अभियान का शीर्षक है- शांति न्याय का फल है। संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने ब्राजील धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष जेराल्दो लायरियो रोचा को इस अवसर पर एक संदेश प्रेषित किया है। उन्होंने ब्राजील के अपराचिदे में सन 2007 में सम्पन्न लातिनी अमरीका और कैरिबियाई धर्माध्यक्षों के 5 वें सम्मेलन का स्मरण करते हुए कहा है कि सम्मेलन के अंतिम दस्तावेज में ईश्वरीय राज्य की उपस्थिति के स्पष्ट चिह्न, निजी और सामुदायिक रूप से धन्यताओं का अनुभव, निर्धनों के मध्य सुसमाचार प्रचार, ईमानदारी और बंधुत्व पर आधारित क्षमा तथा बुराई के दास बनने के प्रलोभन के विरूद्ध जारी संघर्ष जैसे बिन्दुओं की व्याख्या की गयी थी। संत पापा ने कहा कि चालीसाकाल भलाई करने के अंतहीन संघर्ष की ओर आमंत्रित करता है क्योंकि मानव के लिए बहुत कठिन है कि वह न्याय का अभ्यास करने के लिए गंभीर रूप से समर्पित हो। ऐसा न्याय जो नफरत और उदासीनता पर नहीं लेकिन शांति और प्रेम पर आधारित सह अस्तित्व के लिए पहले से कहीं अधिक जरूरी है। प्रभु येसु अन्याय की निन्दा करते हैं तथापि व्यक्ति की निजी स्वतंत्रता और उसके अस्तित्व का सम्मान करते हैं। उनका दिल लोगों के लिए प्रेम से भरा है। वे अपने क्रूस सहित हमारी पीड़ा, उदासी, भूख और न्याय पाने की आशा को अपने कंधे पर ढोते हैं। शांति और मेलमिलाप की भावना का साक्षी देने के लिए येसु से शक्ति पाने की याचना करें जिसे उन्होंने पर्वत प्रवचन के समय व्यक्त किया और हम अनन्त धन्यताओं को प्राप्त कर सकें।








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