कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेशियस पुनः सीसीबीआई के अध्यक्ष चुने गये
भारत के कर्नाटक राज्य स्थित मैसूर में एक सप्ताह तक चली सीसीबाआई की पूर्णकालिक सभा
में लातिनी रीति के लगभग 120 धर्माध्यक्ष और 6 लोकधर्मी नेता शामिल हुए। धर्माध्यक्षों
ने 18 फरवरी को समाप्त हुई बैठक में मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेशियस
को पुनः सीसीबीआई का अध्यक्ष चुना। दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष विन्सेंट कोंचेसाव दूसरी
बार उपाध्यक्ष और विजयवाड़ा के धर्माध्यक्ष प्रकाश मलावारापू तीसरी बार महासचिव चुने
गये हैं। सीसीबीआई के उपमहासचिव फादर उदुमाला बाला ने कहा कि धर्माध्यक्षों ने कलीसिया
के जीवन और मिशन में ईशवचन पर विचार विमर्श किया तथा बिबलिकल फंडामेंटालिज्म की आलोचना
की जिसमें बाइबिल की अक्षरशः व्याख्या की जाती है। धर्माध्यक्षों की कामना है कि प्रत्येक
काथलिक विश्वासी के पास बाइबिल हो और वह इसका नियमित पठन कर इसके प्रति आदर भावना रखे।
उन्होंने बाइबिल और पवित्र टेक्सट के संदेशों को समझने के लिए विश्वासियों से आग्रह किया
है जो प्रेम, न्याय और शांति के बारे में कहते हैं। इस समय बच्चों को बपतिस्मा संस्कार
और परमपवित्र परमप्रसाद संस्कार देते समय समारोह मनाया जाता है। धर्माध्यक्षों का प्रस्ताव
है कि समारोही कार्यक्रम में बच्चों को बाइबिल दी जाये। सीसीबीआई के धर्माध्यक्षों ने
पुरोहितों, धर्मबहनों तथा विशेष रूप से काथलिकों और अन्य नागरिकों से पवित्र धर्मग्रंथों
की बातों के आधार पर एकता और भाईचारा की भावना में जीवन यापन करने की अपील की है।