2009-02-17 13:05:30

वाटिकन सिटीः दक्षिण कोरिया के कार्डिनल के निधन पर बेनेडिक्ट 16 वें का शोक सन्देश


दक्षिण कोरिया के काथलिक धर्माधिकारी तथा सोल के सेवानिवृत्त कार्डिनल स्टीवन किम सो हुवान के निधन पर गहन शोक व्यक्त करते हुए सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने सोमवार को दक्षिण कोरिया में सेवारत परमधर्मपीठीय राजदूत मान्यवर ऑज़वाल्दे पाडिला के नाम एक तार सन्देश प्रेषित किया।

सन्देश में सन्त पापा ने लिखाः "कार्डिनल स्टीवन किम सो हुवान के निधन का समाचार पाकर मैं अत्यन्त दुःखी हूँ तथा आपके प्रति एवं कोरिया के लोगों प्रति हादिँक सहानुभूति अर्पित करता हूँ। सोल के काथलिक समुदाय को तथा कार्डिनल मण्डल के सदस्य होने के नाते कलीसिया के परमाध्यक्ष को कार्डिनल किम द्वारा अर्पित दीर्घकालीन समर्पित सेवाओं का स्मरण करते हुए मैं आपके साथ प्रार्थना में एक प्राण होकर विनती करता हूँ कि करूणावान ईश्वर कार्डिनल किम को उनके निःस्वार्थ परिश्रम के लिये पुरस्कृत करें तथा दिवंगत आत्मा का स्वर्गिक आनन्द एवं शांति में स्वागत करें। कार्डिनल किम के रिश्तेदारों तथा उनकी अन्तयेष्टि याग के लिये एकत्र सभी को मैं अपनी प्रेरितिक आशीष प्रदान करता तथा सबके लिये दैवीय सान्तवना एवं शक्ति की मंगलकामना करता हूँ।"

86 वर्षीय कार्डिनल किम का निधन सोमवार को सोल के सन्त मेरीज़ अस्पताल में हो गया था। सन् 1968 से सन् 1998 तक आप सोल के महाधर्माध्यक्ष रहे थे। सन् 1969 में सन्त पापा पौल षष्टम ने आपको कार्डिनल नियुक्त किया था। यद्यपि कार्डिनल किम सन् 1998 में सेवानिवृत्त हो गये थे कोरियाई समाज में उनका प्रभाव बहुत मज़बूत था। अपने कार्यकाल के दौरान आपने देश की सैन्य तानाशाही का जमकर विरोध किया था। उन्हीं के कार्यकाल में काथलिक कलीसिया दक्षिण कोरिया में मानवाधिकार एवं प्रजातंत्रवाद की महान साक्षी बनी। उत्तरी कोरिया के साथ यद्यपि आप पुनर्मिलन के पक्ष में थे तथापि आपने सदैव यह शर्त रखी कि उत्तरी कोरिया, नागरिकों को, धर्मपालन की पूर्ण स्वतंत्रता प्रदान करे।









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