मजबूत विश्वास ही हिंसावादी ताकतों का सटीक जवाब – वाटिकन राजदूत
मैसूर, 14 फरवरी, 2009 । भारत में वाटिकन के राजदूत महाधर्माध्यक्ष लोपेड़ क्विनताना
ने कहा कि धर्मसतावट भारतीय कलीसिया को कमजोर न करे बल्कि यह एक ऐसा अवसर बने जिसे कलीसिया
का विश्वास ईश्वर पर और मजबूत हो। उन्होंने उक्त बातें उस समय कहीं जब वे मैसुर में
चल रहे लैटिन राइट के धर्माध्यक्षों की सभा को संबोधित कर रहे थे। ज्ञात हो कि मैसुर
में 12 फरवरी से आरंभ सीसीबीआई की सभा में पूरे देश के 120 धर्माध्यक्ष और 6 लोकधर्मी
भाग ले रहें हैं। यह सभा 18 फरवरी को समाप्त होगी। ज्ञात हो भारत के 160 धर्मप्रांतो
में से 128 धर्मप्रांतों में लैटिन राइट के धर्माध्यक्ष कलीसिया का कार्य-भार संभालते
हैं। वाटिकन के राजदूत ने आगे कहा कि भारत की कलीसिया आज कठिन दौर से गुज़र रही है
और कई लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा हैं जिससे आम लोग आतंकित हैं। अतः आज ज़रुरत
है ऐसे धर्मगुरुओं की जो अपने व्यक्तिगत जीवन से ईश्वरीय प्रेम का साक्ष्य दुनिया को
दें। हमारा जीवन सुसमाचार पर आधारित हो और दूसरों को प्रेरित करे ताकि लोग विपत्ति
और धर्मसतावट के समय भी आशा के साथ अपना जीवन जी सकें। महाधर्माध्यक्ष क्विनताना ने
धर्माध्यक्षों से अपील की है कि वे सेमिनरी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे लोगों ऐसी सिखायें
कि वे अतिवादी ताकतों का सामना सुसमाचार के मूल्यों के अनुपालन से कर सकें।