वाटिकन सिटीः विश्वास और विज्ञान को एक दूसरे के सम्पूरक दर्शाने के लिये रोम में सम्मेलन
रोम में तीन से सात मार्च तक संस्कृति सम्बन्धी परमधर्मपीठीय समिति के तत्वाधान में एक
सम्मेलन का आयोजन किया गया है जिसमें सम्पूर्ण यूरोप के विद्वान भाग लेकर इस तथ्य पर
बल देंगे कि विश्वास और विज्ञान को एक दूसरे के विरुद्ध नहीं बल्कि एक दूसरे के सम्पूरक
हैं।
मंगलवार को संस्कृति सम्बन्धी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष
जान फ्रँको रवासी ने उक्त सम्मेलन की प्रस्तावना की। सम्मेलन का विषय हैः "जैविक विकास,
तथ्य एवं विभिन्न मत"।
इंगलैण्ड के विख्यात वैज्ञानिक चार्ल्स डारविन की दूसरी
शताब्दी के समय उक्त सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। तथापि सम्मेलन की प्रस्तावना के
अवसर पर येसु धर्मसमाजी प्राध्यापक मार्क लेक्लेर्क ने कहा कि सम्मेलन अँग्रेज़ वैज्ञानिक
के आदर में आयोजित कोई समारोह नहीं है अपितु इसका उद्देश्य उस घटना का विश्लेषण करना
है जिसने विज्ञान के इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ दी है।
सम्मेलन के नौ सत्रों
में विद्वान इस विचार को रखेंगे कि एक ओर विज्ञान तथा दूसरी ओर ईशशास्त्र विश्लेषण के
अलग अलग क्षेत्रों की प्रस्तावना करते हैं तथापि प्रायः वे भूलवश एक दूसरे को ढक देते
हैं जिससे अस्त व्यस्तता एवं वैचारिक विवाद उत्पन्न हो जाते हैं।